FY2023 में शेयर बाजार निवेशकों के करीब 6 लाख करोड़ डूबे, पिछले साल 60 लाख करोड़ बढ़ी थी दौलत
BSE Market Cap: वित्त वर्ष 2022-23 में शेयर बाजार के निवेशकों को कुल 6 लाख करोड़ रुपए के करीब नुकसान हुआ. FY2022 में निवेशकों की दौलत में करीब 60 लाख करोड़ रुपए का उछाल आया था.
BSE Market Cap: शेयर बाजार के निवेशकों के लिए वित्त वर्ष 2022-23 बहुत खराब रहा. बाजार पर कई फैक्टर्स का असर दिखा. फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूस ने हमला कर दिया. इसके कारण सप्लाई चेन का सिस्टम बुरी तरह प्रभावित हुआ और महंगाई को बढ़ाने में इसका बड़ा योगदान रहा. महंगाई को कम करने के लिए पूरी दुनिया के सेंट्रल बैंकों ने इंटरेस्ट रेट में बड़ी कटौती की. रिजर्व बैंक ने भी रेपो रेट में 2.5 फीसदी की बड़ी बढ़ोतरी की. विदेशी निवेशकों का भरोसा कम हुआ और बड़े पैमाने पर विकवाली की गई. आखिरकार FY2023 के अंत में सेंसेक्स 58991 और निफ्टी 17359 पर बंद हुआ. इस फिस्कल में निवेशकों की दौलत में करीब 6 लाख करोड़ रुपए की गिरावट आई, जबकि 2021-22 में उनकी दौलत करीब 60 लाख करोड़ रुपए बढ़ी थी.
14 दिसंबर को मार्केट कैप ऑल टाइम हाई पर था
BSE लिस्टेड कंपनियों का टोटल मार्केट कैप 14 दिसंबर 2022 को 291.25 लाख करोड़ रुपए के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया था. 31 मार्च को कारोबार खत्म होने के बाद यह सालाना आधार पर 5.86 लाख करोड़ रुपए घटकर 258.19 लाख करोड़ रुपए रहा. 17 जून 2022 को सेंसेक्स अपने एक साल के निचले स्तर 50921 पर पहुंचा और फिर 1 दिसंबर 2022 को यह 63583 के ऑल टाइम हाई पर पहुंचा.
FY2022 में निवेशकों की संपत्ति करीब 60 लाख करोड़ बढ़ी थी
वित्त वर्ष 2021-22 में निवेशकों की संपत्ति 59.75 लाख करोड़ रुपए से अधिक बढ़ी थी. इस दौरान BSE लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 59.75 लाख करोड़ रुपए बढ़कर 264.06 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया था. ऑनलाइन शेयर व्यापार ऐप ट्रेडिंगो के संस्थापक पार्थ न्याती ने कहा कि FY203 के दौरान शेयर बाजार के सामने मुख्य मुद्दा महंगाई का था. लिहाजा दुनियाभर में ब्याज दरें बढ़ीं और निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई. न्याती ने कहा कि मंदी की चिंताओं तथा वैश्विक बैंकिंग प्रणाली में संकट के मामलों ने बाजार को और भी कमजोर कर दिया.
IT, रियल्टी को भारी नुकसान FMCG में रही बंपर तेजी
FY2023 की बात करें तो Nifty 500 इंडेक्स में 2.26 फीसदी और निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स में 13.80 फीसदी की बड़ी गिरावट दर्ज की गई. IT, मेटल्स और रियल्टी इंडेक्स का भी बुरा हाल रहा. निफ्टी आईटी इंडेक्स में 21 फीसदी, रियल्टी इंडेक्स में 16.32 फीसदी और मेटल इंडेक्स में 14.30 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई. FMCG, बैंकिंग और Auto इंडेक्स में जबरदस्त तेजी देखने को मिली. निफ्टी FMCG में 26.50 फीसदी की बंपर तेजी देखने को मिली. निफ्टी ऑटो में 16 फीसदी और बैंक निफ्टी में 11.65 फीसदी की शानदार मजबूती दर्ज की गई. निफ्टी मिडकैप में 1.20 फीसदी की तेजी दर्ज की गई.
(भाषा इनपुट के साथ)
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