रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने लोन के कुछ नियम आसान किए है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने लिक्विडिटी कवरेज रेश्यो के कुछ नियमों में ढील दी है. अब बैंक एक NBFCs को 15 फीसदी तक लोन दे सकता है. पहले लोन देने की सीमा 10 फीसदी थी. हालांकि, आरबीआई ने लोन देने की सीमा नॉन-इंफ्रा एनबीएफसी के लिए बढ़ाई है.

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लिक्विडिटी कवरेज रेश्यो के नियमों को आसान करने से NBFCs (नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी) को फायदा होगा. अब ये कंपनियां पहले से ज्यादा कर्ज ले पाएंगी. माना जा रहा है कि इस फैसले के बाद हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां ज्यादा कर्ज लेकर ज्यादा लोन बांट सकेंगी. आपको बता दें कि पिछले दिनों कई एनबीएफसी में लोन डिफॉल्ट की खबरें आई थी.

किसे होगा फायदा

आरबीआई के इस फैसले पर बाजार के एक्सपर्ट्स का मानना है कि बड़ी एनबीएफसी कंपनियों को आरबीआई के फैसले से फायदा होगा. इस फैसले से हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों को भी फायदा होगा.