शेयर बाजार में गुरुवार को जोरदार गिरावट देखने को मिली और दोपहर के कारोबार के दौरान बेंचमार्क सेंसेक्स 860 अंक और 260 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली. 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स में 1.5 प्रतिशत की गिरावट हुई जबकि 50 अंकों वाला निफ्टी सूचकांक जोरदारी बिकवाली के दबाव में 10600 के स्तर से नीचे चला गया.

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गिरने वाले शेयर 

दोपहर के कारोबार के दौरान निफ्टी के 41 शेयर लाल निशान में चल रहे थे. इस दौरान जिन शेयरों में सबसे अधिक गिरावट देखने को मिली वो आइशर मोटर्स, रिलायंस इंडस्ट्री, टेक महिद्रा, टीसीएस और गेल थे. आइशर मोटर्स में सबसे अधिक 7.45 प्रतिशत और रिलायंस इंडस्ट्रीज में 6.28 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. बाजार को एलएंडटी, हिंडाल्को, भारती से थोड़ा सपोर्ट मिला, लेकिन ये सपोर्ट इतना नहीं था कि वो बाजार को धराशाही होने से रोक सके.

गिरावट का कारण 

कारोबारियों का कहना है कि रुपये में रिकॉर्ड गिरावट, तेल कीमतों में तेजी, बांड प्रतिफल में बढ़ोतरी और विदेश निवेशकों द्वारा बिकवाली के चलते बाजार पर दबाव बना हुआ है. इसके अलावा रिजर्व बैंक की बैठक और नीतिगत निर्णय से पहले बाजार सतर्कता का रुख अपना रहा है. जिसके चलते मंदड़िये बाजार में हावी हैं.

रुपये में कमजोरी का रुख गुरुवार को भी जारी रहा. शुरुआती कारोबार के दौरान रुपया गिरकर 73.77 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर आ गया. इससे पहले बुधवार को भी रुपये के निचला स्तर बनाते हुए 73 रुपये की सीमारेखा को लांघ दिया था. डॉलर इंडेक्स दुनिया की दूसरी करेंसी के मुकाबले मजबूत चल रहा है. बाजार में कमजोरी का दूसरा कारण बनी कच्चे तेल की कीमत. गुरुवार को शुरुआती कारोबार के दौरान ब्रेंट क्रूड 86 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर चल रहा था. इसके चलते घरेलू बाजार में दबाव का रुख देखने को मिला.