किन शेयरों पर होनी चाहिए आपकी नजर, अनिल सिंघवी से जानिए निफ्टी में अब क्या करें?
वीकली एक्सपायरी के दिन बैंकिंग और ऑटो शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला. इंफोसिस पर क्लास एक्शन शूट दर्ज होने से टेक शेयरों में भी दबाव देखने को मिला.
शेयर बाजार में गुरुवार को जबरदस्त एक्शन देखने को मिला. एक तरफ जहां चीन के मजबूत कंस्ट्रक्शन आंकड़ों से मेटल शेयरों में चमक बढ़ी. वहीं, ब्रिटेन में आम चुनाव के चलते टाटा ग्रुप के शेयरों ने भी दौड़ लगाई. वीकली एक्सपायरी के दिन बैंकिंग शेयरों में अच्छा उछाल आया तो ऑटो शेयरों ने भी रफ्तार पकड़ ली. इंफोसिस पर क्लास एक्शन शूट दर्ज होने से टेक शेयरों में भी दबाव देखने को मिला. लेकिन, अब कल का बाजार कैसा होगा. किन शेयरों में एक्शन दिखेगा और कल के लिए क्या है ज़ी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी की निफ्टी और निफ्टी बैंक पर स्ट्रैटेजी.
कल के लिए स्ट्रैटेजी
- बाजार में आज तेजी देखने को मिली
- कल 12000 के ऊपर बंद होने पर अगले हफ्ते तेजी देखने को मिलेगी.
- 32000 के पार निफ्टी बैंक टिकने पर और मजबूती आएगी.
- ग्लोबल बाजारों से अच्छे संकेत.
- बाजार में चौतरफा खरीदारी देखने को मिल रही है.
चीन के मजबूत कंस्ट्रक्शन आंकड़ों से मेटल की चमक बढ़ी
वेदांता
टाटा स्टील
हिंडाल्को
UK में आम चुनाव से एक्शन में शेयर
टाटा मोटर्स
टाटा स्टील
टाटा एलेक्सी
मास्टेक
वीकली एक्सपायरी के दिन बैंकिंग शेयरों में तेजी
SBI
Yes bank
RBL
PNB
रफ्तार में ऑटो शेयर
टाटा मोटर्स
अशोक लेलैंड
आयशर मोटर
मदरसन सुमी
एक्साइड
दबाव में टेक शेयर
इंफोसिस
TCS
HCL टेक
टेक महिंद्रा
क्यों गिरा इंफोसिस?
- US की लॉ फर्म ने केस दर्ज किया
- 21 अक्टूबर को कंपनी ने व्हिसल-ब्लोअर की शिकायत की जानकारी दी
इंफोसिस पर क्या हैं आरोप?
- मुनाफा बढ़ाने के लिए गलत तरह से आय का आंकलन
- CEO ने बड़ी डील्स पर स्टैंडर्ड रिव्यू को टाला
- ऑडिटर और बोर्ड से बड़ी डील की जानकारी छुपाई गई
- जानकारी छुपाने के लिए फाइनेंस टीम पर दबाव डाला गया
- शिकायत के बाद सार्वजनिक घोषणाएं गुमराह करने वाली
व्हिसल-ब्लोअर की शिकायत के बाद शेयर
(22 अक्टूबर - अब तक)
पहले: 767 रुपए
अब: 700 रुपए
गिरावट: 8.7%
उच्चतम स्तर: 732.50 रुपए
निचला स्तर: 615.10 रुपए
कल कहां रहनी चाहिए आपकी नजर
- कल रिटेल के लिए खुलेगा भारत बॉन्ड ETF
- RBI बोर्ड की बैठक: सूत्र
- संसद के शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन
- नवंबर WPI के आंकड़े आएंगे
- टेलीकॉम कंपनियां SC के फैसले पर स्पष्टता देंगी