जब मार्केट गुरु अनिल सिंघवी को आया गुस्सा, Video में देखिए फिर क्या हुआ
देश के सबसे बड़े शेयर बाजार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में सोमवार को तकनीकी गड़बड़ी की वजह से ट्रेडिंग टर्मिनल प्रभावित हुए.
देश के सबसे बड़े शेयर बाजार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में सोमवार को तकनीकी गड़बड़ी की वजह से ट्रेडिंग टर्मिनल प्रभावित हुए. बताया गया कि तकनीकी गड़बड़ी की वजह से निवेशकों को कुछ समय तक बाजार की जानकारी हासिल नहीं कर सके. एनएसई पर 3:05 बजे से करीब दस मिनट तक तकनीकी गड़बड़ी रही. यह समस्या कारोबार बंद होने से कुछ मिनट पहले ही सुलझ पाई. हालांकि, यह दिक्कत लगातार बनी हुई है. क्योंकि, सोमवार को सुबह भी एनएसई के ट्रेडिंग टर्मिनल कुछ दिक्कतें आई थीं. इससे पहले भी कई बार एनएसई के टर्मिनल में दिक्कतें आ चुकी हैं. हालांकि, एक्सचेंज इस गड़बड़ी की वजह पता लगा रहा है.
गुस्सा से लाल हुए अनिल सिंघवी
ज़ी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने इस मुद्दे को उठाया और ट्रेडर्स से बात भी की. अपने शो के दौरान एनएसई की इस गड़बड़ी पर अनिल सिंघवी गुस्सा भी हो गए. दरअसल, चर्चा के दौरान अनिल सिंघवी ने एनएसई की गड़बड़ी पर एनॉक वेंचर्स के एमडी और सीईओ विजय चोपड़ा से सवाल किया. जवाब की शुरुआत करते ही विजय चोपड़ा ने कहा कि मैं लाइव टीवी पर बहुत कुछ नहीं बोल सकता. हम मार्केट के लोग हैं... इस बात को सुनकर अनिल सिंघवी गुस्से से लाल हो गए.
'कोई एहसान नहीं कर रहा एक्सचेंज'
अनिल सिंघवी ने कहा मुझे इस बात पर बड़ा ऑब्जेक्शन है. मार्केट के लोग हैं तो क्या हुआ, क्यों नहीं बोलना है? उन्होंने कहा कि एनएसई क्या कर लेगा? उन्होंने विजय चोपड़ा से कहा कि NSE आपके खिलाफ बदले की भावना में कुछ कहे तो आपकी बात भी उठाउंगा. अनिल सिंघवी ने कहा ब्रोकर्स डरते क्यों हैं एक्सचेंज से.. एक्सचेंज को आप लोग फीस दे रहे हैं. एक्सचेंज अगर कोई आपको सर्विस दे रहा है तो कोई एहसान नहीं कर रहा है. डरने की क्या बात है?
एक्सपर्ट्स ने दिया थम्स-अप
अनिल सिंघवी के इस गुस्से को देखते हुए प्रोग्राम में बैठे दूसरे एक्सपर्ट ने थम्स-अप दिया. वहीं, इसके बाद विजय चोपड़ा ने भी खुलकर बात रखी. विजय चोपड़ा ने कहा दो दिन में जो मार्केट में तेजी आई है उसके बाद इस तरह की दिक्कत शक के दायरे में आती है. इसकी जांच होनी चाहिए. इस जांच के बाद इसे पब्लिक करना चाहिए कि ऐसा क्यों हो रहा है. विजय चोपड़ा ने कहा क्योंकि बाजार में रिकॉर्ड वॉल्यूम्स नहीं हुए हैं, ऐसे में सिस्टम क्रैश होने का कोई मतलब नहीं होता.