शेयर बाजार (Share market) में निवेश करना जोखिम भरा है. हालांकि अगर एक्‍सपर्ट की मदद ली जाए तो मार्केट के ट्रेंड को पकड़ा जा सकता है. चाहे वह ट्रेंड रिवर्स या अपवर्ड ही क्‍यों न हो. लेकिन इस ट्रेंड को समझा कैसे जाए? जी बिजनेस (Zee Business) के मैनेजिंग एडिटर और मार्केट गुरु अनिल सिंघवी (Anil singhvi) के मुताबिक ट्रेंड को समझने के लिए हमें ड्राइविंग का तरीका याद करना चाहिए.

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उनके मुताबिक अगर आप रिवर्स गियर में हैं तो गाड़ी को पहले गियर में लाने के लिए उसे पहले न्‍यूट्रल करना होगा. इसी तरह टॉप गियर से रिवर्स में लाने के लिए भी न्‍यूट्रल करना होगा. यही तरीका शेयर बाजार के साथ अप्‍लाई होता है. उनके मुताबिक Nifty 50 जब 8800 अंक के बाद ऊपर चढ़ने लगा तो कभी भी शॉर्ट कॉल की बात नहीं कही. इतने अंक से इंडेक्‍स 11300 तक चल गया है. इस दौरान ट्रेडर्स को अच्‍छी तेजी मिली.

अनिल सिंघवी के मुताबिक 7500 अंक से 9000 अंक तक आने के लिए निवेश का समय investor के लिए था न कि ट्रेडर्स के लिए. लेकिन जब मार्केट स्‍टेबल हो जाए तो मौका छोड़ना नहीं चाहिए. बीते 3 दिन में बाजार में जब भी उतार-चढ़ाव आया तो एक्‍सपर्ट ने यही राय दी कि Nifty में ट्रेंड मजबूत है. यह मतबूती एक्‍सपायरी तक रहेगी.

अनिल सिंघवी के जरूरी मंत्र

1; Nifty अब भी बैंक निफ्टी के मुकाबले बहुत मजबूत है. इसका डेटा हमेशा अच्‍छा रहेगा. निफ्टी की ही हमेशा Leadership रहेगी.

2; बाजार के आंकड़े लगातार सुधरते हुए दिख रहे हैं. यह मजबूती एक्‍सपायरी तक रहेगी.

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3; ग्‍लोबल मार्केट में तेजी का फायदा हर हाल में शेयर बाजार को मिलेगा. हालांकि फेड रिजर्व की बैठक में अगर कुछ अहम फैसले होते हैं तो इससे बाजार की चाल पर असर पड़ेगा. लेकिन भारतीय बाजार अभी लोकल कारणों से आगे बढ़ रहे हैं. यह तेजी के स्‍वदेशी कारण हैं. बाजार अपने दम पर ट्रेड कर रहा है. अपने डेटा पर ट्रेड कर रहा है. यह मजबूती और बढ़ेगी.