Adani-Hindenburg Case: अदानी-हिंडनबर्ग मामले पर नया अपडेट आया है. सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई काफी समय से चल रही है और अब अगली सुनवाई 13 अक्टूबर को होगी. बता दें कि इससे पहले अदानी-हिंडनबर्ग मामले की सुनवाई 29 अगस्त को होनी थी लेकिन वो टल गई. अब नया अपडेट ये है कि इस मामले की सुनवाई 13 अक्टूबर को होनी है. इस साल की शुरुआत में अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग ने अदानी ग्रुप (Adani Group) पर आरोप लगाए थे और 88 गंभीर सवाल उठाए थे. लेकिन इसके बाद अदानी ग्रुप के शेयरों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली और बाद में सेबी और सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप हुआ. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पहले 15 अक्टूबर को सुनवाई करने का फैसला किया था लेकिन बाद में इसे बदलकर 13 अक्टूबर कर दिया है. 

सेबी ने पेश की अपनी जांच रिपोर्ट

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बता दें कि सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने 25 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में अपनी जांच रिपोर्ट पेश कर दी थी. इस जांच रिपोर्ट पर 29 अगस्त को सुनवाई होनी थी लेकिन उस समय इस सुनवाई को टाल दिया गया था. हालांकि नया अपडेट ये है कि अब ये सुनवाई 13 अक्टूबर को होगी. बता दें कि इस दौरान दूसरे पक्ष के लोगों को भी अपना जवाब फाइल करना है.

25 अगस्त को SEBI ने फाइल की थी स्टेटस रिपोर्ट

SEBI ने 25 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में अपनी स्टेटस रिपोर्ट को जारी कर दिया था. हालांकि इस स्टेटस रिपोर्ट पर 29 अगस्त को सुनवाई होनी थी, जो टल गई लेकिन अब 13 अक्टूबर को इस मामले पर आगे की सुनवाई होनी है. बता दें कि सेबी ने जो रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश की है, उसे अभी तक पब्लिक में नहीं जारी किया गया है. बता दें कि अदानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग ने जो आरोप लगाए थे, उसकी जांच सेबी की एक्सपर्ट कमिटी कर रही है. 

क्या है पूरा मामला?

बता दें कि 24 जनवरी को अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग ने अदानी ग्रुप (Adani Group-Hindenburg) के खिलाफ एक निगेटिव रिपोर्ट छापी थी. इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अदानी ग्रुप के शेयरों में बड़े स्तर पर छेड़छाड़ हो रही है और गौतम अदानी विदेशी रूट्स के जरिए अपनी कंपनी में पैसा लगा रहे हैं. हालांकि अदानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का खंडन किया था और सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया था. 

Hindenburg Research ने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप से 88 सवाल उठाए थे. इस रिपोर्ट में अदानी ग्रुप से पूछा गया है कि गौतम अडानी के छोटे भाई राजेश अडानी को ग्रुप का एमडी क्यों बनाया गया है? उनके ऊपर कस्टम टैक्स चोरी, फर्जी इंपोर्ट डॉक्यूमेंटेशन और अवैध कोयले का इंपोर्ट करने का आरोप है.

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