ईरान-इजरायल युद्ध के कारण इस हफ्ते शेयर बाजार में जबरदस्त वोलाटिलिटी रही. चार कारोबारी सत्रों की गिरावट पर शुक्रवार को विराम लगा और निफ्टी 151 अंक मजबूत होकर 22147 अंकों पर और सेंसेक्स 599 अंक उछलकर 73088 पर बंद हुआ. शुक्रवार को निफ्टी 21777 के निचले स्तर तक फिसला था और वहां से 370 अंकों की छलांग लगाकर क्लोजिंग दिया. मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने कहा कि निफ्टी के लिए 22325 का लेवल बहुत महत्वपूर्ण है. बाजार में बॉटम बना कि नहीं इससे पता चल जाएगा.

वीकेंड में किसी टेंशन की खबर नहीं

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शनिवार और रविवार को ईरान और इजरायल के बीच खबर लिखे जाने तक फ्रेश हमले या टेंशन की खबर नहीं है. बाजार के लिए यह पॉजिटिव संकेत है. लेकिन बाजार को प्रभावित करने वाला सबसे बड़ा फैक्टर यही है.  अनिल सिंघवी ने कहा कि Nifty के लिए 22325 का स्तर काफी महत्वपूर्ण है. इससे पता चलेगा कि क्या इस टेंशन के बीच बाजार ने बॉटम बना लिया है नहीं.

22325 के ऊपर क्लोजिंग निफ्टी के लिए महत्वपूर्ण

मार्च के करेक्शन में निफ्टी ने 21710 का इंट्राडे लो और 21817 का क्लोजिंग लो बनाया था. शुक्रवार यानी 19 अप्रैल को निफ्टी इंट्राडे में 21777 के स्तर तक फिसला था और वहां से बाउंस बैक किया. निफ्टी 22147 पर बंद हुआ जो 16 अप्रैल का भी क्लोजिंग है. यह थोड़ी राहत भरी क्लोजिंग मानी जा सकती है. लेकिन निफ्टी जब तक 22325 यानी 18 अप्रैल के हाई के ऊपर बंद नहीं होता है तब तक बाजार के लिए बॉटम मानना मुश्किल है. एकबार निफ्टी 22325 के ऊपर बंद होता है तो 21777 को डबल बॉटम माना जाएगा.

FII की बिकवाली पर लगा विराम

ग्लोबल मार्केट की बात करें तो डाओ जोन्स आधे फीसदी की मजबूती और नैस्डैक 2 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ. FII की तरफ से 4 दिनों से जारी भारी बिकवाली पर भी विराम लगा. 4 दिनों में विदेशी निवेशकों ने 20000 करोड़ रुपए से ज्यादा की बिकवाली की थी और शुक्रवार को 129 करोड़ की खरीदारी की थी. DII सात दिनों से लगातार खरीदारी कर रहे थे. शुक्रवार को 52 करोड़ की मामूली बिकवाली की.