फिनटेक और टेक्नोलॉजी से जुड़े Startups क्या चाहते हैं इस Budget से, यहां जानिए उनकी मांगें
देश में इन दिनों स्टार्टअप (Startup) कल्चर तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में तमाम स्टार्टअप्स की भी इस बजट से कई उम्मीदें (Budget Expectations) हैं. आइए जानते हैं फिनटेक और टेक्नोलॉजी से जुड़े स्टार्टअप इस बार के बजट से क्या चाहते हैं.
Budget 2024 Expectations of the Fintech Startups: देश का बजट (Budget) पेश होने में अब कुछ ही दिन बाकी हैं. 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का बजट पेश करेंगी. इस बजट से तमाम लोगों को अलग-अलग तरह की उम्मीदें हैं. देश में इन दिनों स्टार्टअप (Startup) कल्चर तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में तमाम स्टार्टअप्स की भी इस बजट से कई उम्मीदें (Budget Expectations) हैं. आइए जानते हैं फिनटेक और टेक्नोलॉजी से जुड़े स्टार्टअप इस बार के बजट से क्या चाहते हैं.
SaveIN के फाउंडर और सीईओ जितिन भसीन ने कहा कि हेल्थकेयर और फिनटेक दो ऐसे पहलु हैं, जिन पर इस बजट में बारीकी से ध्यान दिया जाना चाहिए. ये दोनों मिलकर भारत को सक्षम कार्यबल हासिल करने में मदद कर सकते हैं, जिससे जीडीपी को बढ़ावा मिल सकता है. हमने पिछले वर्ष में कई नियम देखे हैं, विशेष रूप से फिनटेक क्षेत्र में. हमें उम्मीद है कि फाइनेंस मिनिस्टर फाइनेंसियल सेवाओं की पहुंच को आगे बढ़ाने और स्वास्थ्य देखभाल और कल्याण सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में काम करेंगी. अनुकूल टैक्स नीतियां और उचित नियम पेश किए जाने चाहिए, ताकि स्टार्टअप्स को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए सशक्त बनाया जा सके.
Credable के को-फाउंडर और सीईओ नीरव चोकसी ने कहा कि आज फिनटेक वित्तीय और तकनीकी सहायता के माध्यम से तमाम सुविधाओं से वंचित एसएमई को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. ऐसे में उन्हें प्रोत्साहन देने के किसी कदम का स्वागत किया जाएगा. इसके अतिरिक्त कई अन्य कार्य किए जाने का इंतजार है, जैसे सरकारी बैंकों को मुनाफे में बनाए रखने का प्रयास, एमएसएमई के लिए क्रेडिट गारंटी योजनाओं को बढ़ावा देना, पीएलआई स्कीम शुरू करना और छोटे व्यवसायों के लिए सब्सिडी बढ़ाना. वित्तीय सेवा उद्योग को यह भी उम्मीद है कि बजट में गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) के प्रबंधन के बारे में सकारात्मक घोषणाएं की जाएंगी. फिनटेक सेक्टर को यह आशा है कि सेक्टर के विकास, पहुंच बढ़ाने और भारत की डिजिटल उपस्थिति बढ़ाने की सरकार की नीतियां लागू करने प्रतिबद्धता दिखेगी.
Credilio के फाउंडर और सीईओ आदित्य गुप्ता कहते हैं कि आगामी बजट से हमें काफी उम्मीदें हैं और हम आशा करते हैं कि डिजिटल फाइनैंस इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने पर ध्यान देना फाइनैंशियल टेक्नोलॉजी को नई ऊंचाई देने की प्रतिबद्धता दर्शाता है. हाल में विनियमों को बेहतर बनाने के बाद कर में छूट देने से फिनटेक इनोवेशन का बेहतर माहौल बनेगा, जिससे फिनटेक कम्पनियां अधिक जिम्मेदारी से नए अवसर पैदा करने में सक्षम होंगी. हमें बेसब्री से इंतजार रहेगा कि सेवा वंचित क्षेत्रों में फिनटेक को बढ़ावा मिले जो सब के वित्तीय विकास के लिए जरूरी मजबूत सेवा आपूर्ति करने का हमारा मकसद पूरा करेगा. जमीनी स्तर पर बदलाव लाने में सरकार के सहयोग का बुनियादी महत्व है.
Webclixs के फाउंडर प्रवीण दुबे कहते हैं- मुझे लगता है कि इस साल के बजट में डिजिटल बुनियादी ढांचे और कौशल को उच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए. जैसे स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए कम से कम 5 साल तक टैक्स से राहत देना, AI को अपनाने से लेकर उसको सरकार की निगरानी में पुरे सिस्टम में शामिल करने के लिए प्रावधान बनाना चाहिए. भविष्य AI का है इसलिए हमें जल्द से जल्द इसके लिए प्रावधान लाने चाहिए. साइबर हमले के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे यह आज उद्यमों के सामने सबसे बड़े खतरों में से एक बन गया है. यह स्वागत योग्य होगा यदि केंद्रीय बजट साइबर सुरक्षा से जुडी कंपनियों को प्रोत्साहन देने और लोगो में इसके बारे में जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करता है. हमें उम्मीद है कि सरकार इस पर संज्ञान लेगी और डिजिटल इंडस्ट्री पर खर्च बढ़ाएगी.
Kognoz के को-फाउंडर और डायरेक्टर लोकेश निगम कहते हैं कि स्टार्टअप कम्युनिटी के लिए आगामी बजट 2024 बहुत महत्वपूर्ण होगा. विशेष रूप से सेवानिवृत्त कर्मचारी स्टॉक विकल्प आदि से संबंधित टैक्स नीतियों के संदर्भ में भारतीय स्टार्टअप समुदाय पारिस्थिति की तंत्र में सुधार के लिए मार्गदर्शन की तलाश करेगा. इस बजट से स्टार्टअप आंत्रप्रेन्योर्स टैक्स सुधारों की आशा कर रहे हैं जो इन्वेस्टमेंट और आंत्रप्रेन्योरशिप को प्रोत्साहित करें. कॉर्पोरेट टैक्स रेट्स में कटौती, रीसर्च और डेवलपमेंट के लिए इंसेटिव्स, और शुरुआती चरण के स्टार्टअप का सपोर्ट करने वाले प्रावधान स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए गेम-चेंजर हो सकते हैं. मैं टेक्निकल इनोवेशन और एआई को आगे बढ़ाने में स्टार्टअप के महत्व पर प्रकाश डालता हूं. लगातार बदलती तकनीकी दुनिया को संभालने के लिए अपस्किलिंग और रीस्किलिंग परियोजनाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस बजट में सरकार को नीतियों पर ज़ोर देना होगा.
Togopool के फाउंडर और सीईओ सौरभ कहते हैं इस साल के बजट से कारपूलिंग स्टार्टअप उन उपायों के लिए आशान्वित हैं, जो परिवहन क्षेत्र में नवाचार और स्थिरता को बढ़ावा देते हैं. हम कर प्रोत्साहन और विनियामक समर्थन की आशा करते हैं जो पर्यावरण संबंधी चिंताओं को ध्यान में रखते हुए कारपूलिंग सेवाओं के विकास को प्रोत्साहित करता है. परिवहन के लिए डिजिटल बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी-संचालित समाधानों में निवेश हमारे प्रभाव को बढ़ाने में सहायक होगा. एक बजट जो अनुसंधान और विकास के लिए वित्त पोषण के साथ भविष्य की गतिशीलता को आकार देने में कारपूलिंग की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानता है, यह परिवहन के लिए प्रोत्साहन के साथ मिलकर स्टार्टअप को अधिक कुशल और टिकाऊ परिवहन पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए सशक्त बनाएगा.
Nawgati के को-फाउंडर और सीईओ वैभव कैशिक कहते हैं कि स्टार्टअप्स एक ऐसे अनुकूल बजट की आशा करते हैं जिसमें सुव्यवस्थित नियम, कम दरें और अनुसंधान के लिए प्रोत्साहन शामिल हों. इसके साथ ही वे किफायती ऋण, स्वच्छ ऊर्जा जैसे उभरते उद्योगों के लिए समर्थन और सुव्यवस्थित कर प्रक्रियाओं की भी उम्मीद करते हैं. उभरते व्यवसायों और स्टार्टअप्स के लिए एक व्यवसाय-अनुकूल माहौल और एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र सोने पर सुहागा हो सकता है.
Ubreathe के फाउंडर संजय मौर्या कहते हैं कि हम केंद्रीय बजट 2024 का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. भारतीय स्टार्टअप समुदाय सक्रिय रूप से ऐसे गाइडेंस की उम्मीद कर रहा है जो हमारे पारिस्थितिकी तंत्र को आगे बढ़ा सके. इसके अलावा, हरित प्रौद्योगिकी जैसे उभरते क्षेत्रों के लिए समर्पित स्टार्टअप फंड के निर्माण के किसी भी संकेत से बाजार की धारणा को काफी बढ़ावा मिल सकता है. यूब्रीथ में, हम आगामी बजट में भारत के हरित विकास को सुपरचार्ज करने, कार्बन उत्सर्जन को कम करने और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए एक मजबूत प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने पर स्पष्ट फोकस के साथ प्रोत्साहन और नीतियों की एक व्यापक श्रृंखला की उम्मीद कर रहे हैं.
IG Drones के फाउंडर और सीईओ बोधिसत्व संघप्रिया ने कहा कि ऐसा अनुमान है कि 2025 तक ड्रोन इंडस्ट्री 1 बिलियन डॉलर तक हो सकती है. इस लक्ष्य तक पहुंचने में सरकार के विभिन्न महत्वाकांक्षी उपाय काम में आएंगे, क्योंकि प्रमुख रूप से ड्रोन टेक्नोलॉजी में विशेषज्ञता वाले टेक स्टार्टअप्स में उन्नति होगी तो ड्रोन इंडस्ट्री भी आगे बढ़ेगी. 2024 को देखते हुए आर्थिक रूप से टिकाऊ और लाभदायक बिजनेस मॉडल पर जोर देते हुए प्रॉफिटेबिलिटी (लाभप्रदता) और यूनिट इकोनॉमिक्स को प्राथमिकता देने वाले स्टार्टअप के आने की उम्मीद है. 2024 के आगामी बजट से उम्मीद है कि स्टार्टअप के लिए फंडिंग बढ़ेगी. इसके अलावा सरकार देश की अर्थव्यवस्था और जीडीपी में प्रमुख रूप से योगदान देने के लिए उनकी क्षमता को महत्व देगी. स्टार्टअप सेक्टर में बदलता डायनामिक्स और इनोवेशन भारत के लिए एक सुरक्षित और आशाजनक भविष्य सुनिश्चित कर रहा है.
SKYE AIR MOBILITY के सीईओ अंकित कुमार कहते हैं आगामी बजट को लेकर, ड्रोन स्टार्टअप कम्युनिटी उन प्रमुख उम्मीदों पर उत्सुकता से नजर रख रहा है जो इंडस्ट्री में एक बड़ा बदलाव ला सकती हैं. इनमें से सबसे प्रमुख सर्विस सेक्टर के लिए विशेष रूप से तैयार की गई प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेटिव (पीएलआई) को ड्रोन सेक्टर के लिए लागू करना है. इस तरह की योजना न केवल निवेश को आकर्षित करेगी, बल्कि स्वास्थ्य सेवा और कृषि जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में ड्रोन के तेजी से इंटीग्रेशन को बढ़ावा देकर नए रोजगार पैदा करने में भी मदद करेगी.