Indian Cricket Team से जुड़ा अजीब संयोग... जिस भी कंपनी ने किया स्पॉन्सर, वह भारी नुकसान झेल रही है
जहां एक ओर देश में क्रिकेट (Cricket) को लेकर हमेशा ही एक दीवानगी रहती है, वहीं इस क्रिकेट से जुड़ी कई ऐसी दिलचस्प बातें हैं जो लोगों को हैरान कर देती हैं. ऐसी ही एक बात है भारतीय क्रिकेट टीम की स्पॉन्सरशिप (Sponsorship) से जुड़ी हुई.
इन दिनों Cricket World Cup चल रहा है. इसमें तमाम देशों की टीमें एक दूसरे से टक्कर ले रही हैं. जहां एक ओर देश में क्रिकेट (Cricket) को लेकर हमेशा ही एक दीवानगी रहती है, वहीं इस क्रिकेट से जुड़ी कई ऐसी दिलचस्प बातें हैं जो लोगों को हैरान कर देती हैं. ऐसी ही एक बात है भारतीय क्रिकेट टीम की स्पॉन्सरशिप (Sponsorship) से जुड़ी हुई. पिछले सालों में एक ऐसा संयोग देखने को मिला है, जो जानकर आप भी हैरान हो सकते हैं. इसके तहत जिस भी कंपनी ने भारतीय टीम को स्पॉन्सर किया है, उनमें से अधिकतर को भारी नुकसान झेलना पड़ा है और मुसीबतों का सामना करना पड़ा है. आइए बताते हैं भारतीय क्रिकेट टीम की स्पॉन्सर कंपनियों के बारे में और समझते हैं कैसे उन्हें नुकसान हुए.
लिस्ट की शुरुआत करते हैं Sahara India से
साल 2001 में Sahara India ने भारतीय टीम को स्पॉन्सर किया था. सहारा के मालिक सुब्रत रॉय, जिन्हें लोग सहाराश्री भी कहते थे, उनकी हालत किसी से छुपी नहीं है. सहारा इंडिया पर चिट फंड स्कीम चलाने का आरोप लगा. इसके तहत बहुत सारे छोटे-छोटे निवेशकों के साथ फ्रॉड हुआ. इस स्कैम की कुल वैल्यू लगभग 24 हजार करोड़ रुपये आंकी गई. सीबीआई जांच भी हुई. सुब्रत रॉय को जेल की हवा तक खानी पड़ गई. साल 2013 तक कंपनी ने भारतीय टीम को स्पॉन्सर किया था, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि इसी दौरान उन्हें जेल तक जाना पड़ गया. बता दें कि सहारा इंडिया ने क्रिकेट के अलावा हॉकी और बांग्लादेश की टीमों को भी सपोर्ट किया था.
Star India की हालत भी हुई खराब
साल 2014 से लेकर 2017 तक दिग्गज मीडिया कंपनी स्टार इंडिया ने भारतीय क्रिकेट टीम को स्पॉन्सर किया. लेकिन जैसे ही Disney ने स्टार इंडिया का अधिग्रहण किया, सब कुछ बदल गया. इसी साल Disney ने Fox Star का भी अधिग्रहण किया था. इसके बाद स्टार इंडिया के पास आईपीएल के राइट्स नहीं रहे और फिर उसे भारतीय क्रिकेट टीम की स्पॉन्सरशिप छोड़नी पड़ी.
Oppo-Vivo की कहानी भी कुछ ऐसी ही है
तमाम कंपनियों की तरह मोबाइल कंपनी Oppo ने भी भारतीय टीम को स्पॉन्सर करने का फैसला किया. वीवो ने आईपीएल को स्पॉन्सर किया और ओपो भारतीय क्रिकेट टीम का आधिकारिक स्पॉन्सर बन गया. 2017 से लेकर 2019 तक ओपो भारतीय टीम की स्पॉन्सर रही. इसी बीच भारत-चीन के बीच तनाव बढ़ा था, जिसके बाद भारत की सरकार ने चीन की कंपनियों को बैन कर दिया था. इस वजह से कंपनी से भारतीय टीम की स्पॉन्सरशिप चली गई.
Byju's को हो रहा भारी नुकसान
साल 2019 में भारतीय टीम को Byju's ने स्पॉन्सर किया, जो देश की सबसे बड़ी एडटेक कपंनी थी. कंपनी की वित्तीय हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी है कि कंपनी हजारों लोगों को नौकरी से निकाल चुकी है. वहीं बिजनेस को भी रीस्ट्रक्चर किया जा रहा है. कंपनी का बिजनेस कोरोना काल में तो खूब फला-फूला, लेकिन अब बिजनेस को तगड़ा नुकसान हो रहा है. यही वजह है कि Byju's ने 2023 में भारतीय टीम की स्पॉन्सरशिप को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया.
मौजूद स्पॉन्सर Dream 11 के हाल बेहाल
मौजूदा वक्त में भारतीय टीम की स्पॉन्सर कंपनी है Dream 11, जो अब मुसीबतों का सामना कर रही है. पिछले दिनों में जीएसटी काउंसिल ने गेमिंग कंपनियों पर 28 फीसदी जीएसटी लगाने का फैसला किया था. उसके तहत बहुत सारी कंपनियों को टैक्स चुकाने के नोटिस भेजे जा रहे हैं. इन कंपनियों में सबसे बड़ा टैक्स नोटिस गया है ड्रीम 11 को, जो करीब 28000 करोड़ रुपये का है. अब ड्रीम 11 सरकार के जीएसटी के नोटिस के खिलाफ हाई कोर्ट पहुंच गई है.