पानी शुद्ध करने वाली (वॉटर प्यूरीफायर) कंपनी लिवप्योर (Livpure) अपने जल-सेवा मॉडल पर बड़ा दांव लगा रही है. कंपनी के प्रबंध निदेशक राकेश कौल ने कहा है कि कंपनी का लक्ष्य अगले चार साल में 10 लाख से अधिक ग्राहक बनाना है और कंपनी पूरे भारत में स्वच्छ और शुद्ध पानी तक सस्ती पहुंच बढ़ाने के प्रयासों को तेज कर रही है. 

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लिवप्योर उपकरणों, गद्दों और नींद के सामान जैसी श्रेणियों में भी मौजूद है. कंपनी चालू वित्त वर्ष (2024-25) में 900 करोड़ रुपये के कारोबार का लक्ष्य लेकर चल रही है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 60 प्रतिशत अधिक है. 

कौल ने पीटीआई-भाषा से कहा, “भारत एक बहुत बड़ा बाजार है, और हर कोई जानता है कि शुद्ध पानी और शुद्ध पानी तक पहुंच एक बड़ी चुनौती है... वर्तमान में, हमारे जैसे आकार के देश में, कुल घरेलू आबादी में जल शोधक की पहुंच अभी भी सात से आठ प्रतिशत है.”

उपभोक्ताओं को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की लागत को कम करने के उद्देश्य से उन्होंने कहा, "हमने चार साल पहले ‘वॉटर-एज-ए-सर्विस’ नामक एक अभिनव कारोबार मॉडल शुरू किया था, जिसके तहत हमने तय किया कि (इलेक्ट्रिक वॉटर प्यूरीफायर की) स्थापना बिल्कुल मुफ्त होगी." 

उपभोक्ता को केवल सेवा की सदस्यता के लिए भुगतान करना होता है जो एक महीने की योजना, तीन महीने की योजना, छह महीने की योजना या 12 महीने की योजना के लिए हो सकती है, जिससे अधिग्रहण की लागत बढ़ जाती है. 

कौल ने कहा, “पिछले साढ़े तीन साल में हमारे पास 2,50,000 से ज़्यादा उपभोक्ता हैं. इस ग्राहक बाजार में हमारी हिस्सेदारी 65 प्रतिशत से ज़्यादा है. आगे हम पानी के बाज़ार को सिर्फ़ एक उत्पाद के तौर पर वॉटर प्यूरीफायर के नज़रिए से नहीं बल्कि पानी को एक सेवा के तौर पर देख रहे हैं. हम 10 लाख ग्राहक की उम्मीद कर सकते हैं.”