भारत जल्द ही परिवहन क्षेत्र में एक नई क्रांति से रूबरू होने जा रहा है. भारत सरकार के सिविल एविएशन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा है कि जल्द ही भारत ऑटो रिक्शा से एयर रिक्शा की ओर जाने वाला है. यदि ऐसा हुआ तो लोग ड्रोन (Drone) के जरिए छोटी दूरी उड़कर तय कर सकेंगे. ये सर्विस भारत में Uber मुहैया कराएगी. जयंत सिन्हा ने बिजनेस टुडे को दिए एक इंटरव्यू में बताया, 'Uber को विश्वास है कि वो कुछ वर्षों में ड्रोन के जरिए पैसेंजर्स को ट्रांसपोर्ट करने में सक्षम हो जाएगा.'

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उन्होंने बताया, 'उनकी बात पर विश्वास करने का कारण है कि उन्होंने इसके लिए टेक्नालॉजी सिस्टम विकसित कर लिया है. इसके लिए टेक्नालॉजी पहले ही मौजूद है. इसे परफेक्ट बनाने में दो-तीन साल का समय लगेगा. इसे लागू करने के लिए हम रेग्युलेशन तैयार कर रहे हैं. मैं कह सकता हूं कि हम ऑटो रिक्शा से एयर रिक्शा की ओर जाने वाले हैं. अपने ट्रैफिक की स्थिति को देखते हुए हमें इस तरह के समाधान की जरूरत है.'

ड्रोन से पहुंचेंगे सामान?

ड्रोन की मदद से ई-मार्केटिंग कंपनियों द्वारा उपभोक्ताओं तक समान पहुंचाने के सवाल पर जयंत सिन्हा ने कहा कि ऐसा ड्रोन 1.0 रेग्युलेशन के तहत किया जा सकता है. उन्होंने कहा, 'ये पहले ही ड्रोन 1.0 के तरह संभव है. लेकिन इसके लिए केस-बाई-केस अप्रूवल की जरुरत है. भविष्य में हम अमेजन या किसी दूसरे को डिलिवरी की अनुमति देंगे, ये उनकी एप्लीकेशन या इस्तेमाल के मामलों पर निर्भर करता है. ये मामले पूरी तरह फ्लैक्सिबल होंगे क्योंकि आपको किसी वेयरहाउस से किसी के घर तक उत्पादों की डिलीवरी के लिए जाना होगा. ये मामला काफी जटिल है क्योंकि इससे आपको किसी भी घनी आबादी में जाने की पूरी आजादी मिल जाएगी. ड्रोन 3.0 में ऐसा संभव हो सकता है.' इसका अर्थ है कि सरकार अगले 2-3 साल में इस तरह की डिलीवरी की अनुमति दे सकती है.