अबकी बार... नहीं होगा 400 पार...! आखिर ये Startup फाउंडर एयरपोर्ट पर सभी से ऐसा क्यों बोल रहा है? दिलचस्प है कहानी
हाल ही में बेंगलुरु एयरपोर्ट पर एक स्टार्टअप (Startup) फाउंडर आकाश जाधव हाथों में एक तख्ती लिए दिखा, जिस पर लिखा था- 'अबकी बार कैब फेयर नॉट 400 पार विथ गो पूल.'
इन दिनों देश में लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) चल रहा है. मोदी सरकार की तरफ से नारा दिया गया है- 'अबकी बार, 400 पार'. इसी बीच हाल ही में बेंगलुरु एयरपोर्ट पर एक स्टार्टअप (Startup) फाउंडर आकाश जाधव हाथों में एक तख्ती लिए दिखा, जिस पर लिखा था- 'अबकी बार कैब फेयर नॉट 400 पार विथ गो पूल.' यानी अबकी बार गो पूल (Go Pool) के साथ आपका कैब का किराया 400 पार नहीं होगा.
यह स्टार्टअप फाउंडर अपने राइड शेयरिंग ऐप (Ride Sharing App) गो पूल का प्रमोशन कर रहा था, जिसके लिए उसने तख्ती पर ऐसी क्रिएटिव लाइन लिखी. उसने इसे लेकर अपने लिंक्डइन हैंडल पर एक पोस्ट भी डाली थी. इसमें फाउंडर ने लिखा है कि बेंगलुरु एयरपोर्ट पर उन्होंने जितनी हिम्मत दिखाते हुए ये तख्ती दिखाकर अपने स्टार्टअप का प्रमोशन किया, इतनी हिम्मत जुटा पाने के बारे में उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी.
क्या है गो पूल?
गो पूल एक राइड शेयरिंग ऐप है, जिसकी मदद से आप एयरपोर्ट ट्रिप्स पर अपनी राइड किसी के साथ शेयर कर सकते हैं. इससे राइड पर लगने वाला आपका करीब आधा पैसा बचेगा. आकाश को यह आइडिया भी ऐसे ही आया था. एक बार वह एयरपोर्ट से निकल कर शहर की ओर जा रहे थे, लेकिन वहां का किराया करीब 1500 रुपये था. उन्होंने उनकी फ्लाइट से ही आई एक महिला से पूछा कि क्या वह साथ में राइड शेयर कर सकती हैं?
इस पर महिला ने हां कह दी और दोनों ने राइड शेयर की. इस राइड पर दोनों के ही करीब आधे-आधे पैसे बच गए. आकाश ने राइड खत्म होने पर महिला से पूछा कि उन्हें एक अजनबी के साथ राइड शेयर करने में कोई दिक्कत नहीं हुई? महिला ने बताया कि एयरपोर्ट के बाहर ये बहुत ही आम बात है. यहीं से आकाश को राइड शेयरिंग ऐप गो पूल शुरू करने का आइडिया आया.