स्कैम (Scam) के कई किस्से आप आए दिन सुनते होंगे, लेकिन दिल्ली की एक कंपनी (ManpowerGroup Service Private Limited) में एक अलग ही तरह का स्कैम हुआ है. इसमें एक शख्स ने अपनी पत्नी को फर्जी तरीके से पेरोल पर दिखाया और धीरे-धीरे कंपनी से करीब 3.6 करोड़ रुपये उड़ा दिए. उसने अपनी खुद की सैलरी में भी गड़बड़ी की और कंपनी को करीब 60 लाख का चूना लगा दिया. यानी कंपनी को इस शख्स की वजह से कुल 4.2 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, लेकिन सवाल ये है कि ये हुआ कैसे? दरअसल, ये शख्स उस कंपनी का फाइनेंस मैनेजर है और ये कंपनी रिक्रूटमेंट कंपनी है. 

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पिछले साल दिसंबर में कंपनी को रेकॉर्ड्स में कुछ गड़बड़ी दिखी. इसके बाद कंपनी ने एक जांच शुरू की. इस जांच में कंपनी को पता चला कि यह गड़बड़ी एक-दो बार की नहीं है, बल्कि कई सालों से चली आ रही है. इसके बाद पता चला कि मामले का मास्टरमांट उनकी कंपनी का फाइनेंस मैनेजर Radhaballav Nath है, जिसने अपनी पत्नी को पेरोल पर दिखाया हुआ है और उसके नाम पर हर महीने मोटी सैलरी उठाई जा रही है. पिछले ही हफ्ते कंपनी ने Radhaballav Nath के खिलाफ दिल्ली पुलिस में एक एफआईआर दर्ज की है और कहा है कि इस मामले की जांच की जाए. 

कैसे किया गया ये पूरा स्कैम?

राधाबल्लभ नाथ ने दिल्ली की इस रिक्रूटमेंट फर्म ManpowerGroup में साल 2008 में नौकरी करनी शुरू की थी. उस वक्त राधाबल्लभ असिस्टेंट मैनेजर (फाइनेंस) के पद पर था, लेकिन बाद में उसे प्रमोशन मिला और वह मैनेजर (फाइनेंस) बन गया. वह कंपनी के बाहर के पेरोल वेंडर और एचआर-फाइनेंस जैसे तमाम डिपार्टमेंट के बीच एक अहम कड़ी की तरह काम करता था. हर महीने के पेरोल और रीइम्बर्समेंट डेटा का एक्सेस सिर्फ 3 बड़े अधिकारियों को था, जिसमें से एक था राधाबल्लभ और उसने इसी बात का फायदा उठाया.

हर महीने पेरोल वेंडर की तरफ से पे रजिस्टर तैयार किया जाता है और उसके लिए डेटा राधाबल्लभ नाथ की तरफ से भेजा जाता था. इसके बाद यह रजिस्टर डायरेक्टर (एचआर) और चीफ एचआर ऑफिसर के पास अप्रूवल के लिए जाता था. उसके बाद यह रजिस्टर वापस आता था नाथ के पास, जो बैंक में सैलरी को रिलीज करने के लिए फाइनल स्टेप होता था. 

सैलरी देने के फाइनल स्टेज पर करता था घोटाला

इस फाइनल स्टेज पर ही राधाबल्लभ नाथ की तरफ से डेटा में कथित रूप से छेड़छाड़ की जाती थी. इस स्टेज पर चुपके से लिस्ट में वह अपनी पत्नी Sasmita Raul का नाम डाल देता था और उसके नाम पर भी एक सैलरी इश्यू हो जाती थी. इस स्टेप पर वह अपनी सैलरी में भी छेड़छाड़ करता था. एक बार मैनिपुलेट की गई पेरोल की फाइल जब वह बैंक पोर्टल पर अपलोड कर देता था, तो वहां से सभी कर्मचारियों को सैलरी पहुंच जाती थी. इसी स्टेप पर उसकी पत्नी के खाते में भी सैलरी आ जाती थी, वो भी बिना कोई काम किए. 

दूसरे कर्मचारी के कंप्यूटर से करता था गड़बड़ी

कंपनी को जांच में पता चला कि वह इन मैनिपुलेटेड फाइल्स को किसी दूसरे कर्मचारी के कंप्यूटर से अपलोड करता था. काम हो जाने के बाद वह उस कंप्यूटर से फाइलें डिलीट कर देता था, ताकि पकड़ा ना जाए. जांच के बाद कंपनी ने 11 दिसंबर 2022 को राधाबल्लभ नाथ को सस्पेंड कर दिया और जांच कमेटी के सामने उपस्थित होने का आदेश दिया. 

ठगी के पैसों से कई जगह खरीदी प्रॉपर्टी

जांच के बाद राधाबल्लभ नाथ ने बताया कि कंपनी से ठगी के जरिए मिले पैसों का इस्तेमाल उसने दिल्ली, जयपुर और अपने ओडिशा के होमटाउन में कई प्रॉपर्टी खरीदने में किया. उसने म्यूचुअल फंड और अन्य फाइनेंशियल स्कीमों में भी पैसे लगाए थे.