Shark Tank India-4: फाउंडर्स ने कहा- 'इन्वेस्ट ना करें', विनीता बोलीं- 'दाल में कुछ काला', नहीं मिली Funding
शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) में एक स्किनकेयर ब्रांड पहुंचा. इस ब्रांड का नाम है Personal Touch Skincare, जिसकी पिच सुनते ही सारे जज हैरान हो गए और हंसने लगे.
शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) में एक स्किनकेयर ब्रांड पहुंचा. इस ब्रांड का नाम है Personal Touch Skincare, जिसकी पिच सुनते ही सारे जज हैरान हो गए और हंसने लगे. स्टार्टअप (Startup) फाउंडर्स ने शो पर आते ही कहा- 'हम आपसे रिक्वेस्ट करने आए हैं कि इसमें बिल्कुल इन्वेस्ट ना करें. यह एक बेसिक सा ब्रांड है, जेनरिक या यूनिवर्सिल भी नहीं है. एक्ने और एजिंग जैसी बेसिक चीजों पर फोकस कर रहे हैं.'
फाउंडर्स का दावा है कि वह अपने प्रोडक्ट्स इंटरनेशनल साइंस बैक्ड इनग्रेडिएंट्स से बनाते हैं, जिन्हें कॉपी करना मुश्किल है. वह कहते हैं कि उनके प्रोडक्ट्स ग्राहकों को खूब पसंद आते हैं. यह स्टार्टअप स्किन, बॉडी और होम, तीनों कैटेगरी में काम करता है. इस स्टार्टअप की शुरुआत की है हरियाणा के पानीपत में रहने वाले भाई-बहन अदिति जावा और आशीष जावा ने की है. इस कंपनी ने अभी तक 7 लाख यूनिट बेच दी हैं. फाउंडर्स का दावा है कि रिटेंशन रेट 57 फीसदी है.
पिता की तबियत खराब हुई तो लंदन से आईं वापस
अदिति की शुरू से ही फैशन और लग्जरी में रुचि थी. ऐसे में उन्होंने इसके लिए 4 साल तक पढ़ाई की. इसी के साथ उन्होंने दिल्ली से बीकॉम ऑनर्स भी किया. इसके बाद उन्हें Salvatore Ferragamo के साथ काम करने का मौका फिर. उन्होंने रिलायंस के साथ काम किया. वह अपने काम के तहत आगे बढ़ते हुए लंदन तक पहुंच गईं, लेकिन पिता की तबियत खराब होने की वजह से उन्हें भारत वापस लौटना पड़ा, क्योंकि उस वक्त तक उनके भाई कॉलेज में थे.
आशीष ने शुरू की थी ये कंपनी
आशीष ने दिल्ली से बीकॉम ऑनर्स किया है. इसके बाद वह पानीपत शिफ्ट हो गए और वहां एक फार्मा कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर बन गए. यह वक्त था नवंबर 2016, जब वह फार्मा इंडस्ट्री में घुसे. देखते ही देखते यूपी, हरियाणा और पंजाब में उन्होंने 300 डिस्ट्रीब्यूटर का नेटवर्क बना लिया. 2018 में वह हर महीने 10-15 लाख रुपये महीने की कमाई करते थे, लेकिन कंपनी का नुकसान हो रहा था, जिसकी वजह से कंपनी बंद हो गई.
इसके बाद अप्रैल 2018 में उन्होंने एक और कंपनी की शुरुआत की, जिसका नाम पर्सनल टच फार्मास्युटिकल था. 2019 में उनकी बहन अदिति ने भी कंपनी ज्वाइन कर ली. बिजनेस जैसे-तैसे चल रहा था, लेकिन 2021 में कंपनी अचानक से जीरो पर पहुंच गई और बंद हो गई. फिर 2022 में उन्होंने पर्सनल टच स्किनकेयर ब्रांड किया किया.
कंपनी के प्रोडक्ट्स देखकर जज बोले कि उनका फील बहुत ही लग्जरी है. साथ ही पैकेजिंग भी प्रीमियम है. जज बोले देखकर लग रहा है कि यह एक लग्जरी ब्रांड है. बता दें कि इस कंपनी के पास कुल 38 एसकेयू हैं.
मुनाफे वाला बिजनेस चला रहा है ये स्टार्टअप
इस कंपनी का रेवेन्यू 2022-23 में 1.53 करोड़ रुपये रहा. वहीं अगले साल कंपनी की सेल्स 16.18 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. इस साल यानी 2024-25 में कंपनी की सेल अभी तक 12 करोड़ रुपये रही है, जो साल के अंत तक 22 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगी. बता दें कि यह बिजनेस अभी मुनाफे में काम कर रहा है. फाउंडर्स का दावा है कि 94 फीसदी सेल अपनी वेबसाइट से आती है. तगड़ी सेल के लिए फाउंडर्स इवेंट कराते हैं और इनफ्लुएंसर मार्केटिंग करते हैं.
विनीता बोलीं- 'दाल में कुछ काला है'
फाउंडर्स ने अपने स्टार्टअप के लिए 1 फीसदी इक्विटी के बदले 1.2 करोड़ रुपये की फंडिंग मांगी. किसी भी जज ने इस स्टार्टअप को फंडिंग नहीं दी. किसी को भी इस बिजनेस पर भरोसा नहीं था. विनीता ने तो यहां तक कह दिया कि आप अपने जिस कजिन से प्रोडक्ट मैन्युफैक्चर करवाते हैं, वह आपको लूट रहे हैं. वहीं कंपनी के नंबर्स पर भी डाउट किया. उन्होंने कहा मुझे लग रहा है कि दाल में कुछ काला है. इनके अलावा रितेश ने फाउंडर्स को अपना नंबर दिया और कहा कि फिर कभी बिजनेस को लेकर कुछ बात कर सकते हैं.