Shark Tank India-4: मोटरसाइकिल से पहुंचे दो गबरू, चाप से खड़ा किया ₹26 Cr. का बिजनेस, मिली ₹1.4 करोड़ Funding
शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) में साले-जीजा अपना स्टार्टअप लेकर आए. इस स्टार्टअप (Startup) का नाम है गबरू दी चाप (Gabru Di Chaap). यह स्टार्टअप स्ट्रीट फूड चाप को पूरी दुनिया में फेमस करना चाहता है.
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शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) में साले-जीजा अपना स्टार्टअप लेकर आए. इस स्टार्टअप (Startup) का नाम है गबरू दी चाप (Gabru Di Chaap). यह स्टार्टअप स्ट्रीट फूड चाप को पूरी दुनिया में फेमस करना चाहता है. कंपनी का दावा है कि वह देश के पहली प्रीमियम सोया चाप क्यूएसआर चेन है. इसमें चाप ही नहीं बल्कि कबाब, बिरयानी, बर्गर, सैंडविच सब मिलते हैं. इसकी शुरुआत की है लखनऊ के रहने रहने वाले तरुण सिंह और रंधीर सिंह ने.
सोया चाप दिल्ली-एनसीआर में तो खूब बिकता है, लेकिन बाकी दुनिया में इसके बारे में कम ही लोग जानते हैं. यह स्टार्टअप टेस्ट, क्वालिटी, हाइजीन और स्टैंडर्डाइजेशन को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा बिजनेस बनाना चाहता है. 2019 में इस स्टार्टअप ने 80 स्क्वायर फुट के एक स्टोर से बिजनेस शुरू किया था और आज देश के 4 शहरों में इस स्टार्टअप के 25 से भी ज्यादा आउटलेट हैं. कंपनी अगले 5 साल में ग्लोबल लेवल पर अपने बिजनेस को पहुंचाना चाहती है.
जजों को खूब पसंद आए प्रोडक्ट्स
जब जजों ने कंपनी के प्रोडक्ट्स को टेस्ट किया तो उसकी खूब तारीफ की. बर्गर की तो खास तौर पर काफी तारीफ की. फाउंडर्स का कहना है कि आम तौर पर मार्केट में मिलने वाले सोया चाप में सारा मैदा ही होता है, जबकि इनकी चाप में करीब 23 फीसदी प्रोटीन होता है. अभी फाउंडर्स हैदराबाद शिफ्ट हो गए हैं और वहीं से बिजनेस को बढ़ा रहे हैं. कंपनी का बिजनेस 33 फीसदी ऑनलाइन है, जबकि 66 फीसदी ऑफलाइन है.
26 करोड़ रुपये होगा इस साल रेवेन्यू!
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अप्रैल 2019 में कंपनी ने बिजनेस शुरू किया और उस साल 1.09 करोड़ रुपये की सेल की. उसके अगले साल कंपनी की सेल कोविड के चलते गिरकर 0.9 करोड़ रुपये रह गई. उसके अगले साल कंपनी ने 7 करोड़ रुपये कमाए. उसके अगले साल कंपनी की सेल बढ़कर 9 करोड़ रुपये हो गई. पिछले साल कंपनी की सेल 19 करोड़ रुपये रही. इस साल यानी 2024-25 में कंपनी की सेल अप्रैल से सितंबर तक 4.8 करोड़ रुपये कमाए हैं. वहीं इस साल कंपनी 26 करोड़ रुपये का बिजनेस करने का अनुमान लगा रही है.
मिली 1.4 करोड़ की फंडिंग
अभी तक यह कंपनी बूटस्ट्रैप्ड है. फाउंडर्स ने अपने स्टार्टअप की 1 फीसदी इक्विटी के लिए जजों से 70 लाख रुपये की फंडिंग मांगी. कुणाल और अमन तो इस डील से आउट हो गए. वहीं विनीता ने 2 फीसदी इक्विटी के बदले 70 लाख रुपये और 1.5 गुना पैसे वापस मिलने तक 2 फीसदी रॉयल्टी का ऑफर दिया. पीयूष ने 5 फीसदी इक्विटी के बदले 70 लाख रुपये का ऑफर दिया. इनके अलावा अनुपम ने 6 फीसदी इक्विटी के बदले 1.4 करोड़ रुपये और 1 फीसदी रॉयल्टी का ऑफर दिया. आखिरकार तीनों ने 1.4 करोड़ रुपये के बदले 6 फीसदी इक्विटी ली और 1 फीसली रॉयल्टी ली, जिस पर डील डन हो गई.
11:59 PM IST