हाल ही में शार्क टैंक इंडिया के तीसरे सीजन (Shark Tank India-3) में एक पिच के दौरान अनुपम मित्तल (Anupam Mittal) ने अश्नीर ग्रोवर (Ashneer Grover) को गुस्से वाला बताने का इशारा किया था. इसके बाद अश्नीर ग्रोवर ने एक कार्यक्रम के दौरान उन पर पलटवार किया है. उन्होंने अनुपम मित्तल को बूढ़ा बताया है और कहा है कि गुस्से वाले की वजह से ही टीआरपी आती थी, जो अब गिर गई है. अश्नीर ने यह बात एक कार्यक्रम के दौरान कही, जिसका वीडियो (Viral Video) एक फैन ने सोशल मीडिया (Social Media) पर पोस्ट किया है, जिसे खुद अश्नीर ग्रोवर ने रीपोस्ट भी किया है.

क्या बोले अश्नीर ग्रोवर?

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अश्नीर ग्रोवर ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा- 'मित्तल साहब की ना उमर हो गई है. मैं जनरली बोल रहा हूं. मतलब रॉनी स्क्रूवाला भी उनके पांव छूता है आकर पहले, इतने वृद्ध हैं वो. दूसरा... भाई ठीक है गुस्से वाला चला गया... तो फैक्ट है ना, गलत तो कुछ नहीं बोला मित्तल साहब ने उस तरीके से. चला गया... तुम तो ठंडे ही हो सब, गर्मी कहां है तुम में? तभी तो पहले सीजन का टीआरपी देख लो और सेकेंड थर्ड सीजन का टीआरपी देख लो, सब पता लग जाएगा कि सब गुस्से वाले की वजह से ही चल रहा है. और मित्तल साहब को एक चीज और बताना चाहूंगा, भाई साहब जो पहले सीजन में चला गया वह था GOAT (ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम) और तुम तीसरे सीजन में भी ऑडिशन ही कर रहे हो अभी भी शार्क बनने के.'

क्या कहा था अनुपम मित्तल ने?

कुछ दिन पहले ही शार्क टैंक इंडिया के तीसरे सीजन में एक स्टार्टअप The Rage Room आया था. यह स्टार्टअप एंगर मैनेजमेंट की दिशा में काम कर रहा है. अपनी पिच के दौरान फाउंडर ने कहा था- 'शार्क... आपको भी ऐसा गुस्सा आता होगा ना?' इस पर उन्होंने कहा- 'जिस शार्क को गुस्सा आता था वो तो गया.' उनका इशारा सीधा अश्नीर ग्रोवर की ओर था. अब अश्नीर ग्रोवर ने उन पर पलटवार किया है.

क्या करता है द रेज रूम?

'शार्क टैंक इंडिया' सीजन 3 के नए एपिसोड में 'द रेज रूम' के फाउंडर सूरज पुसरला ने बताया कि कोई कैसे अपने गुस्‍से पर काबू पा सकता है. उन्‍होंने सभी से कहा कि आप चीजों को तोड़कर अपना स्ट्रेस दूर कर सकते हैं. हैदराबाद से आए सूरज ने अपने ब्रांड में 30 प्रतिशत इक्विटी के बदले में 20 लाख रुपये मांगे. हालांकि, इसमें किसी ने निवेश नहीं किया. हैदराबाद के रहने वाले सूरज ने अक्टूबर 2022 में 'द रेज रूम' की शुरुआत की थी. उन्‍हें इसकी प्रेरणा बचपन के दौरान आने वाले गुस्से से मिली. 'द रेज रूम' ने बताया कि इससे आप एक सुरक्षित, और नियंत्रित वातावरण में अपना गुस्से पर काबू पा सकते हैं, जिसके बाद लोग अधिक सहज और तरोताजा महसूस कर सकते हैं.