ईवी फाइनेंसिंग डिजिटल प्लेटफॉर्म RevFin ने सीरीज बी राउंड की फंडिंग के तहत 14 मिलियन डॉलर यानी करीब 115 करोड़ रुपये जुटाए हैं. स्टार्टअप (Startup) को मिली इस फंडिंग (Funding) राउंड का नेतृत्व Omidyar Network ने किया था, जिसने 5 मिलियन डॉलर का निवेश किया है. इसके अलावा Asian Development Bank, Companion Capital Ltd समेत कंपनी के मौजूदा निवेशकों Green Frontiers Capital और LC Nueva ने भी इस फंडिंग राउंड में हिस्सा लिया.

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इस फंडिंग के बाद अब Revfin की तरफ से जुटाई गई कुल फंडिंग और कर्ड 625 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. Dhiiraj Jain, Anuraag Jaipuria, Ruchi Rans Jaipuria, Rishi Kajaria, Let's Venture Angel Fund, Harash Jain समेत कुछ और एंजेल निवेशक भी कंपनी की इस जर्नी के गवाह बने हैं और निवेश किया है.

Revfin के फाउंडर और सीईओ समीर अग्रवाल कहते हैं कि इस फंडिंग के जरिए हमें ईवी ईकोसिस्टम को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी. इससे हम भारत में हर तरह के इलेक्ट्रिक व्हीकल की ग्रोथ में अपना योगदान दे सकते हैं. कंपनी ने कहा है कि यह फंडिंग पिछले 12 महीनों में दूसरी बड़ी फंडिंग है, जिससे कंपनी को मजबूती मिलेगी.

क्या करता है ये स्टार्टअप?

यह एक ईवी फाइनेंसिंग कंपनी है, जो कमर्शियल फ्लीट ड्राइवर्स को लोन मुहैया कराती है. दिल्ली के इस स्टार्टअप की शुरुआत 2018 में समीर अग्रवाल ने की थी. कंपनी ने अभी तक करीब 21,800 इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स में अपना इन्वेस्टमेंट किया है. कंपनी की प्लान है कि अगले 5 सालों में करीब 20 लाख इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को फाइनेंसिंग की सुविधा मुहैया की जाए. कंपनी का दावा है कि उससे फाइनेंसिंग हासिल करने वालों में 24 फीसदी तो महिलाएं हैं. ईवी फाइनेंसिंग की मदद से यह स्टार्टअप उस सेगमेंट के लिविंग स्टैंडर्ड को बढ़ाने में लगा है, जो काफी समय से नजरअंदाज हो रहा था.

तगड़ा मुनाफा कमा रहा है ये स्टार्टअप

वैसे तो आज के वक्त में जब भी स्टार्टअप की बात होती है तो अधिकतर लोग मानते हैं वह मुनाफा नहीं कमा रहा होगा. अधिकतर स्टार्टअप के साथ ऐसा है भी, क्योंकि वह तेजी से मार्केट पर कब्जा करने में लगे हैं, बजाय मुनाफे के बारे में सोचने के. हालांकि, RevFin स्टार्टअप की कहानी बाकी सबसे अलग है. वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का रेवेन्यू करीब 34 करोड़ रुपये रहा है और कंपनी की प्लानिंग है कि इस वित्त वर्ष रेवेन्यू करीब 3 गुना होते हुए 90 करोड़ रुपये के करीब पहुंच सकता है. पिछले ही साल ये स्टार्टअप मुनाफे में आ चुका है और उम्मीद की जा रही है कि इस साल कंपनी को 18-20 करोड़ रुपये मुनाफा हो सकता है.