ये है भारत का पहला Space Startup, जिसे NASA से मिला ऑर्डर, एक दिन ले सकेंगे अपने आंगन की भी तस्वीर!
बेंगलुरु के स्पेस स्टार्टअप Pixxel ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है. इसे नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन यानी नासा की तरफ से एक बड़ी सप्लायर डील मिली है. यह भारत की पहली ऐसी स्पेस कंपनी है, जिसे नासा से इतनी बड़ी डील मिली है.
बेंगलुरु के स्पेस स्टार्टअप Pixxel ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है. इसे नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन यानी नासा की तरफ से एक बड़ी सप्लायर डील मिली है. यह भारत की पहली ऐसी स्पेस कंपनी है, जिसे नासा से इतनी बड़ी डील मिली है. यह कंपनी नासा के 476 मिलियन डॉलर के कमर्शियल स्मॉलसेट डेटा एक्विजिशन प्रोग्राम का हिस्सा बन गई है.
साल 2020 में स्पेस सेक्टर को प्राइवेट कंपनियों के लिए खोला गया था और उसके बाद से यह पहला भारतीय स्टार्टअपर है, जिसे नासा से डील मिली है. इस प्रोग्राम के लिए कॉन्ट्रैक्ट पीरियड नवंबर 2028 तक चलेगा. पिक्सल की तरफ से नासा, अमेरिकी सरकार और एकेडेमिक पार्टनर्स को धरती का हाइपरस्पेक्ट्रल डेटा मुहैया कराया जाएगा.
घर के आंगन की तस्वरी ले सकेंगे आप
क्या आप अपने घर के आंगन की उपग्रह (Satellite) से तस्वीर लेना चाहते हैं? यह जल्द ही मुमकिन हो सकता है. बेंगलुरु का स्पेस सेक्टर का स्टार्टअप (Startup) ‘पिक्सल’ (Pixxel) आपके इसी सपने को पूरा करने में लगा है. वह एक ऐसा ऑनलाइन सॉफ्टवेयर लाने की योजना बना रही है, जिससे आप उसके सैटेलाइट द्वारा धरती की खींची गई तस्वीरों को देख सकते हैं.
‘पिक्सल स्पेस’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्थापक अवैस अहमद ने कुछ समय पहले यह बताया था कि पृथ्वी निगरानी स्टूडियो शुरू करना अंतरिक्ष आधारित डेटा को बेहद कम शुल्क पर आम आदमी तक उपलब्ध कराने के प्रयासों का हिस्सा है.
पिक्सल का यह पृथ्वी निगरानी स्टूडियो ‘औरोरा’ इस साल के अंत तक शुरू हो सकता है जिससे उपग्रहों द्वारा ली गई पृथ्वी की ‘हाइपरस्पेक्ट्रल’ छवियों और डेटा विश्लेषण को सभी के लिए सुलभ बनाया जा सकेगा. अहमद (26) ने कहा, ‘‘यह ‘गूगल अर्थ’ इस्तेमाल करने जितना आसान होगा लेकिन उपग्रह से ली गयी छवियां अधिक उन्नत होंगी.’’
अहमद उन चुनिंदा उद्यमियों में से एक हैं जो अंतरिक्ष क्षेत्र में उल्लेखनीय काम कर रहे हैं. ‘औरोरा’ के उपयोगकर्ता डेटाबेस में पहले से उपलब्ध उपग्रह से ली गयी तस्वीरों को देख सकते हैं या पृथ्वी की निचली कक्षा में चक्कर लगा रहे पिक्सल के उपग्रहों को ‘‘कोई विशेष तस्वीर खींचने’’ का जिम्मा दे सकते हैं.
अहमद ने कहा, ‘‘मान लो, मैं अगले एक-दो सप्ताह में चिकमंगलुरु की एक तस्वीर चाहता हूं. यह काम हमारे उपग्रहों को सौंपा जाएगा और जब आप इसके लिए भुगतान करेंगे तो वे यह तस्वीर आपको उपलब्ध करा देंगे.’’ पिक्सल ने पृथ्वी की तस्वीरें खींचने के लिए दो उपग्रह शकुंतला और आनंद प्रक्षेपित किए हैं. उसकी इस साल तक छह उपग्रह प्रक्षेपित करने की योजना है. इस स्टार्टअप की अगले साल 18 और उपग्रह प्रक्षेपित करने की योजना है.