PhonePe ने Stock Broking बिजनेस में मारी एंट्री, जानिए मुनाफे में आने के लिए क्या-क्या कर रही है कंपनी
स्टॉक ब्रोकिंग के बिजनेस में घुसने की कोशिशें फोनपे ने 2021 में ही शुरू कर दी थी और इसके लिए सिर्फ शेयर बाजार रेगुलेटर सेबी (SEBI) की तरफ से लाइसेंस मिलने का इंतजार था.
फिनटेक कंपनी फोनपे (PhonePe) ने अपने ग्राहकों के लिए एक और नया फीचर लॉन्च कर दिया है. कंपनी ने 30 अगस्त को स्टॉक ब्रोकिंग (Stock Broking) में एंट्री मार ली है. इसके लिए Share.Market नाम का एक ऐप भी लॉन्च किया गया है. फोन पे के इस ऐप के जरिए लोग स्टॉक्स, म्यूचुअल फंड, और ईटीएफ यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स में ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं. स्टॉक ब्रोकिंग के बिजनेस में घुसने की कोशिशें फोनपे ने 2021 में ही शुरू कर दी थी और इसके लिए सिर्फ शेयर बाजार रेगुलेटर सेबी (SEBI) की तरफ से लाइसेंस मिलने का इंतजार था. स्टॉक ब्रोकिंग बिजनेस में एंट्री के बाद अब फोन पे की सीधी टक्कर जीरोधा, ग्रो और अपस्टॉक्स जैसे प्लेटफॉर्म्स से होगी.
कंपनी के सीईओ समीर निगम ने बताया कि उनकी कंपनी ने करीब 4 साल पहले म्यूचुअल फंड डिस्ट्रिब्यूशन की शुरुआत की थी और अब उन्होंने सब्सिडियरी कंपनी फोनपे वेल्थ के जरिए स्टॉक ब्रोकिंग बिजनेस में भी एंट्री मार ली है. साल 2022 में दो वेल्थटेक प्लेटफॉर्म वेल्थडेस्क और ओपनक्यू का फोनपे अधिग्रहण कर चुकी है. अगर दोनों के कुल वैल्युएशन की बात करें तो वह करीब 7 करोड़ डॉलर था. इस अधिग्रहण के जरिए फोनपे फाइनेंशियल सर्विसेस में अपनी पहुंच बढ़ाना चाहता है. स्टॉक ब्रोकिंग के बिजनेस में एंट्री को लेकर कंपनी ने एक ट्वीट भी किया था.
इसी बीच कंपनी के सीईओ समीर निगम ने कहा है कि साल 2025 तक कंपनी मुनाफे में आ जाएगी. कंपनी को मुनाफे में लाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है, क्योंकि आज तक कंपनी मुनाफे में नहीं आ पाई है. पिछले कुछ महीनों में देखें तो फोन पे तेजी से अपने बिजनेस को बढ़ाने में लगा हुआ है. कंपनी ने कई और भी सर्विसेस शुरू की हैं, ताकि बिजनेस को बढ़ाया जा सके.
Income Tax Payment का फीचर
PhonePe ने इनकम टैक्स भुगतान (Income Tax Payment) को आसान बनाने के लिए करीब महीने भर पहले ही एक नया फीचर शुरू किया है. इस इनोवेटिव फीचर के तहत यूजर्स अपने सेल्फ-असेसमेंट और एडवांस टैक्स (Advance Tax) का भुगतान सीधे फोनपे से ही कर सकते हैं. इसके लिए आपको इनकम टैक्स पोर्टल (Income Tax Portal) पर जाने की जरूरत नहीं होगी. यह देश भर के तमाम करदाताओं के लिए एक बड़ी राहत जैसा है.
फोनपे ने डिजिटल B2B पेमेंट सर्विस PayMate के साथ हाथ मिलाया है, जिसके जरिए ग्राहकों को इनकम टैक्स से जुड़ी यह सुविधा दी जाएगी. यूजर्स अपने टैक्स का भुगतान क्रेडिट कार्ड से भी कर सकते हैं और यूपीआई के जरिए भी कर सकते हैं. क्रेडिट कार्ड यूजर्स को तो ऐसे में एक बड़ा फायदा ये भी होगा कि उन्हें भुगतान करने की वजह से रिवॉर्ड प्वाइंट मिलेंगे और साथ ही 45 दिन तक का ब्याज मुक्त समय भी मिलेगा. यह कुछ चुनिंदा बैंकों को क्रेडिट कार्ड के साथ होगा.
शुरू की मर्चेंट लेंडिंग सेवा
PhonePe ने अपने प्लेटफॉर्म पर जून के महीने में मर्चेंट लेंडिंग सर्विस (Merchant Lending Service) की शुरुआत की थी. इस फिनटेक कंपनी के पास करीब 35 मिलियन यानी लगभग 3.5 करोड़ मर्चेंट का एक बड़ा नेटवर्क है. कंपनी अपने मर्चेंट्स को अपनी टेक्नोलॉजी और अपने बड़े डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क के जरिए बैंकों और एनबीएफसी (NBFC) पार्टनर्स के जरिए लोन मुहैया करवाएगी. लोन देने का काम और बाद में उसे रिकवर करने की जिम्मेदारी बैंकों और एनबीएफसी की ही होगी.
46.5 करोड़ हैं कंपनी के रजिस्टर्ड यूजर
साल 2015 में शुरू हुई फिनटेक कंपनी फोनपे का दावा है कि उसके पास करीब 46.5 करोड़ रजिस्टर्ड यूजर हैं और कंपनी के पास 3.5 करोड़ ऑफलाइन मर्चेंट्स का एक बड़ा नेटवर्क है. अगर यूपीआई पेमेंट्स की वैल्यू के हिसाब से देखें तो बाजार की 50 फीसदी हिस्सेदारी फोनपे के पास है. मार्च 2023 में कंपनी की सालाना पेमेंट की कुल वैल्यू ने 1 ट्रिनियन डॉलर यानी 1 लाख करोड़ डॉलर का आंकड़ा छू लिया था. साल 2017 में ये फिनटेक कंपनी वित्तीय सेवाओं के बिजनेस में घुसी थी, जिसके तहत कुछ म्यूचुअल फंड्स और इंश्योरेंस प्रोडक्ट कंपनी बेचती है.