निजी इक्विटी (PE) और उद्यम पूंजी (VC) कोषों का भारतीय कंपनियों में निवेश अक्टूबर महीने में करीब 3 प्रतिशत घटकर 3.4 अरब डॉलर यानी करीब 28 करोड़ रुपये रहा. मंगलवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. उद्योग लॉबी समूह आईवीसीए और सलाहकार फर्म ईवाई की साझा रिपोर्ट के मुताबिक, मूल्य के हिसाब से अक्टूबर में पीई और वीसी के दांव एक साल पहले की समान अवधि के 3.5 अरब डॉलर से तीन प्रतिशत कम रहे. वहीं सितंबर के 4.2 अरब डॉलर की तुलना में पीई एवं वीसी निवेश 19 प्रतिशत कम रहा. 

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रिपोर्ट कहती है कि अक्टूबर में सौदों की संख्या भी घटकर 70 लेनदेन पर आ गई जबकि साल भर पहले की समान अवधि में 80 निवेश सौदे हुए थे. सितंबर में यह संख्या 83 थी. ईवाई में साझेदार विवेक सोनी ने कहा, ‘‘हालांकि, भारतीय उपभोग में मजबूती बनी हुई है लेकिन वैश्विक कारकों और भारत में आसन्न चुनावों के कारण अनिश्चितता बढ़ने से निवेश सौदों की प्रगति सुस्त पड़ी है.’’ 

सोनी ने अपना नजरिया ‘सतर्कता के साथ आशावादी’ रखते हुए कहा कि पीई एवं वीसी निवेश की रफ्तार तेजी नहीं पकड़ पा रही है. अक्टूबर में स्टार्टअप कंपनियों में 1.3 अरब डॉलर का निवेश आया जो साल भर पहले की तुलना में दोगुने से भी अधिक है. रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर में कुल 2.4 अरब डॉलर मूल्य के नौ बड़े सौदे हुए जो एक साल पहले की समान अवधि से नौ प्रतिशत अधिक है. 

अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए) ने रिलायंस रिटेल वेंचर में 59.8 करोड़ डॉलर डाले, जो सबसे बड़ा निवेश सौदा है. खुदरा एवं उपभोक्ता उत्पाद खंड 62.3 करोड़ डॉलर के पांच निवेश सौदों के साथ सबसे आगे रहा. रियल एस्टेट खंड छह सौदों में 60.1 करोड़ डॉलर निवेश के साथ दूसरे स्थान पर रहा. रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर महीने में कुल 2.4 अरब डॉलर का कोष जुटाया गया जबकि अक्टूबर, 2022 में 2.2 अरब डॉलर और सितंबर, 2023 में 1.1 अरब डॉलर का कोष जुटाया गया था.