MSME NATIONAL SUMMIT Season 3: चुनौतियों के बीच ग्रोथ के अवसर भी मौजूद
MSMEs देश की अर्थव्यवस्था को मज़बूती दे रहे हैं. जीडीपी, निर्यात या फिर रोज़गार सभी मोर्चों पर MSME क्षेत्र का प्रमुख योगदान है. लेकिन, मौजूदा दौर में MSME सेक्टर की ग्रोथ के नए अवसरों पर चर्चा करने के लिए हम MSME NATIONAL SUMMIT SEASON 3 में विभिन्न Themes पर मंथन कर रहे हैं.
MSME NATIONAL SUMMIT Season 3: बदलते वर्ल्ड ऑर्डर में कारोबार करने के आयाम तेज़ी से बदल रहे हैं. बात चाहे सूक्ष्म (माइक्रो) या फिर लघु एवं मध्यम उद्यमों की हो. नए दौर में माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइज़ेज यानि (MSME) क्षेत्र में काफ़ी हलचल देखी जा रही है. दरअसल, इन्हीं चुनौतियों के बीच ग्रोथ के अवसर भी मौजूद हैं. लिहाज़ा, आगे बढ़ने के लिए MSME क्षेत्र से जुड़े उद्यमियों को विविध आयामों पर बारीक़ी से ग़ौर करते हुए कारोबार करने की रणनीति पर ख़ास ज़ोर देना चाहिए. ताकि ग्रोथ के मोर्चे पर उद्यमियों का अगला क़दम पिछले से बेहतर हो.
MSMEs देश की अर्थव्यवस्था को मज़बूती दे रहे हैं. जीडीपी, निर्यात या फिर रोज़गार सभी मोर्चों पर MSME क्षेत्र का प्रमुख योगदान है. लेकिन, मौजूदा दौर में MSME सेक्टर की ग्रोथ के नए अवसरों पर चर्चा करने के लिए हम MSME NATIONAL SUMMIT SEASON 3 में विभिन्न Themes पर मंथन कर रहे हैं. तो फिर आज का हमारा ये ख़ास सेशन Foresight of the MSME Industry पर केंद्रित रहने वाला है. कार्यक्रम में घरेलू चुनौतियों, कारोबारी सेंटीमेंट्स, फाइनेंस, निर्यात, ई-कॉमर्स, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जैसे पहलुओं पर इंडस्ट्री लीडर्स ने अपना नज़रिया रखते हुए उद्यमियों का मार्गदर्शन किया. सेशन में लुधियाना से, जयपुर से और हैदराबाद से इंडस्ट्री लीडर्स ने तमाम पहलुओं पर अपनी राय रखी.
Upkar Singh Ahuja
President, Chamber of Industrial & Commercial Undertakings (CICU)
K Rama Devi
President, Association of Lady Entrepreneurs of India (ALEAP)
Dr Arun Agarwal
Executive President, Federation of Rajasthan Trade and Industry (FORTI)
वहीं, इस कार्यक्रम का संचालन सौरभ मनचंदा, एसएमई एडिटर, ज़ी बिज़नेस ने किया।
मौजूदा दौर में लुधियाना के कारोबार की नब्ज़ पर अपनी बात रखते हुए CICU के प्रेसिडेंट उपकार सिंह आहूजा ने कहा कि यहां बड़ी तादाद में MSMEs मौजूद हैं. आंकड़ों का ज़िक्र करते हुए आहूजा ने कहा कि यहां क़रीब 75 हज़ार रजिस्टर्ड MSMEs विभिन्न सेक्टर्स में कार्यरत हैं. वहीं, स्थानीय स्तर पर यहां के MSMEs अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट्स तैयार भी कर रहे हैं.
बदलते समीकरणों में निर्यात के पहलू पर इंडस्ट्री का नजरिया रखते हुए उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष से निर्यात के मोर्चे पर उद्यमी दबाव महसूस कर रहे हैं. इसके साथ ही निर्यात के प्रमुख बाज़ारों यूरोप और यूएस (USA) में दबाव के बीच घरेलू निर्यातकों पर भी इसका असर देखा जा रहा है. चर्चा के दौरान आहूजा ने MSMEs के समक्ष फाइनेंस की उपलब्धता के साथ बैंकिंग सपोर्ट पर अपनी राय रखी. उन्होंने यह भी कहा कि उद्यमियों की हैंडहोल्डिंग की जाए और इसके साथ हम निर्यात को बेहतर कर सकते हैं.
ई-कॉमर्स छोटे उद्यमियों के लिए नए मौक़े खोल रहा है. इसमें कोई दो राय नहीं कि ई-कॉमर्स उद्यमियों को लोकल से ग्लोबल चेन में जोड़ भी रहा है, ऐसे में वूमेन इंटरप्रेन्योर्स के पहलू पर राय पेश करते हुए ALEAP की प्रेसिडेंट के रमा देवी ने कहा MSMEs के लिए ई-कॉमर्स गेम चैंबर साबित हो रहा है. उन्होंने पैंडेमिक का हवाला देते हुए कहा कि काफ़ी तादाद में महिला उद्यमियों ने उस दौरान ई-कॉमर्स के ज़रिए न सिर्फ़ अपने कारोबार को जारी रखा बल्कि इस सुविधा का फ़ायदा भी उठाया. ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) की पहल की सराहना करते हुए रमा देवी ने कहा कि ई-कॉमर्स से डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा मिल रहा है. लेकिन नई दौर के लिए उद्यमियों को तैयार करने के लिए प्रशिक्षण बेहद ज़रूरी है. इसी कड़ी में ग्रामीण महिलाओं के लिए प्रशिक्षण को सरल बनाया जाए ताकि वे भी इसका फ़ायदा उठा सकें.
डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के दौर में MSMEs के सपोर्ट को लेकर अपना नज़रिया रखते हुए FORTI के एग्ज़िक्यूटिव प्रेसिडेंट डॉ. अरूण अग्रवाल ने कहा कि देश में 6.5 करोड़ से ज़्यादा रजिस्टर्ड MSMEs विभिन्न सेक्टर्स में कार्यरत हैं. वहीं, यदि असंगठित क्षेत्र के MSMEs को भी शामिल कर लें तो ये संख्या 10 करोड़ से ऊपर होगी. लिहाज़ा, ऐसे में MSMEs के रज़िस्ट्रेशन पर ख़ास ज़ोर देते हुए उसे और बढ़ाना चाहिए. ताकि राज्यों में सिंगल विंडो सिस्टम को बल मिल सके.
अग्रवाल ने चर्चा के दौरान यह भी कहा कि उद्यमी के लिए फ्यूल और फाइनेंस बेहद महत्वपूर्ण है. ऐसे में इन दोनों पहलुओं पर खासा ध्यान देने की ज़रूरत है. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि किसान क्रेडिट कॉर्ड की तर्ज पर MSMEs को क्रेडिट कॉर्ड दिए जाए.
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