मोदी सरकार ने देश के स्कूलों को बड़ा तोहफा देते हुए अटल इनोवेशन मिशन (Atal Innovation Mission) कार्यक्रम को जारी रखने की मंजूरी दी है और कहा है कि सरकार 2019-20 तक इस मिशन (AIM) के तहत अटल टिंकरिंग लैब्स के विस्तार के लिए 1000 करोड़ रुपये खर्च करेगी.

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इस फैसले के तहत प्रत्येक अटल टिंकरिंग लैब्स (ATL) को पहले साल 12 लाख रुपये का ग्रांट मिलेगा और उसके बाद अगले चार साल तक प्रति वर्ष 2 लाख रुपये इस लैब के रखरखाव और रोजमर्रे के खर्च के लिए दिए जाएंगे. इस तरह प्रत्येक अटल इनोवेशन मिशन (AIC) को 3-5 साल के दौरान 10 करोड़ रुपये का अनुदान दिया जाएगा. हालांकि इसके लिए उन्हें लगातार तय मानकों पर खरा उतरना होगा.

कोई नई खोज करने वाले इनोवेटर को अपने इनोवेशन के व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए 1 करोड़ रुपये तक का कमर्शियलाइजेशन एंड टेक्नालॉजी डेवलपमेंट ग्रांट दिया जाएगा. 

अटल इनोवेशन मिशन के तहत उम्मीद है कि 2020 तक 10000 से अधिक स्कूलों में एटीएल कार्यक्रम की स्थापना की जाएगी. देश भर में 100 से अधिक अटल इनकुबेशन सेंटर स्थापित किए जाने की उम्मीद है. इनमें से प्रत्येक सेंटर पहले पांच साल में कम से कम 50-60 स्टार्ट-अप्स को सपोर्ट करेगा. करीब 100 इनोवेटर्स को अपने इनोवेशन को प्रोडक्ट में बदलने के लिए वित्तीय सहायता मिलेगी.