नकदी संकट के जूझ रहे एडटेक स्टार्टअप Byju's का बुरा वक्त खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक अब कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय (Ministry of Corporate Affairs) ने भी Byju's की जांच के आदेश दे दिए हैं. यह आदेश फाइनेंशियल और कम्पनीज एक्ट के तहत 15 से भी ज्यादा गड़बड़ियों की जांच के लिए दिए गए हैं.  

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बताया जा रहा है कि एमसीए की तरफ से 21 जून को इंस्पेक्शन की रिपोर्ट के आधार पर जांच के आदेश दिए हैं. रीजनल डायरेक्टर को यह जांच 3 महीने में पूरी करने के लिए कहा गया है. Zee business ने 14 मार्च 14 को ही बताया था कि Byju's में फाइनेंशियल और कम्पनीज एक्ट के तहत गड़बड़ियां मिली हैं.

14 मार्च को खबर आई थी कि रीजनल डायरेक्टर ने Byju's पर अपनी रिपोर्ट MCA को सौंप दी है. रीजनल डायरेक्टर को जांच में 15 से ज्यादा कंपनीज़ एक्ट के उल्लंघन मिले थे, जो कंपनी के लिए किसी बुरी खबर से कम नहीं हैं. कंपनी की जांच में उन्हें कई फाइनेंशियल गड़बड़ियां मिलीं, जिन पर अब MCA ने सख्त फैसला लिया है.

कंपनी का वैल्युएशन हो चुका है जीरो

फाइनेंशियल फर्म HSBC की ओर से जारी की गई एक रिपोर्ट में बताया गया कि एडटेक कंपनी Byju's का वैल्यूएशन जीरो हो गया है. बता दें, Byju's एक समय देश की बड़ी एडटेक कंपनियों में शामिल थी और इसका वैल्यूएशन 2022 में करीब 22 अरब डॉलर था. HSBC ने Byju's में इन्वेस्ट कर चुकी कंपनी प्रोसस की लगभग 10 प्रतिशत हिस्सेदारी (लगभग 500 मिलियन डॉलर) के प्राइस को जीरो कर दिया है.

हिस्सेदारी का प्राइस हुआ जीरो

HSBC की ओर से एक नोट में कहा गया कि कानूनी मुकदमेबाजी और फंडिंग की कमी के चलते हमने Byju's में हिस्सेदारी के प्राइस को जीरो कर दिया है. आगे कहा गया कि इससे पहले हमने 10 प्रतिशत हिस्सेदारी को 80 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ लेटेस्ट कंपनी के वैल्यूएशन के हिसाब से रखा था. बता दें, एडटेक कंपनी मौजूदा समय में अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भी संघर्ष कर रही है और इसके कारण कंपनी को कई कानूनी मुकदमों का भी सामना करना पड़ रहा है.

2022 में IPO लाने की तैयारी में था Byju's

प्रोसस के एग्जीक्यूटिव की ओर से पिछले साल के आखिर में कहा गया था कि Byju's कई सारी कानूनी मुश्किलों का सामना कर रहा है. हम कंपनी से हर दिन इसको लेकर बातचीत कर रहे हैं. 2022 की शुरुआत में बायजू अपना आईपीओ लाने की भी तैयारी कर रही थी, लेकिन खराब वित्तीय हालत के चलते कंपनी को इसे टालना पड़ा. 

2022 की शुरुआत में 22 अरब डॉलर थी वैल्यूएशन

जनवरी की शुरुआत में यूएस की इन्वेस्ट फर्म ब्लैकरॉक ने Byju's की वैल्यूएशन को कम कर 1 अबर डॉलर कर दिया था, जो कि 2022 की शुरुआत में 22 अरब डॉलर पर थी. ब्लैकरॉक की Byju's में हिस्सेदारी एक प्रतिशत से कम की है. इस हफ्ते की शुरुआत में कंपनी को कर्ज देने वाले लोगों के एक ग्रुप ने अमेरिका में Byju's की सहयोगी कंपनी पर बैंक्रप्ट होने के खिलाफ पिटीशन दायर की थी. इसमें कहा गया था कि ये कंपनियां अपने कर्ज का भुगतान नहीं कर रही हैं.