हर उद्योगपति के परिश्रम और सफलता की अपनी कहानी है. उन्‍हें इस मुकाम पर निश्चित तौर पर अच्‍छी कार्यप्रणाली और कर्तव्‍यनिष्‍ठ कर्मचारियों ने पहुंचाया. चीन के टेक्‍नोलॉजी दिग्‍गज अलीबाबा के कोफाउंडर जैक मा की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. उन्‍होंने मीडिया से अपने कुछ अच्‍छे और कटु अनुभव साझा किए. साथ ही यह भी बताया कि अगर आइडियल स्‍टाफ चुनने का मौका मिले तो कैसे लोगों को नौकरी पर रखना चाहिए.

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शुरुआत में अनुभवहीन कर्मचारी रख लिए थे

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जैक ने बताया कि जब उन्‍होंने कारोबार की शुरुआत की थी तब अनुभवहीन लोगों को नौकरी पर रख लिया था. इसके बाद उन्‍होंने यह गलती दोबारा न करने की कसम खाई और एक बेहतर ह्यूमन रिसोर्स प्‍लानिंग की. अलीबाबा के ई-कॉमर्स दिग्‍गज बनने के पहले जैक की कंपनी में कई ऐसे चेहरे थे जो मल्‍टीनेशनल कंपनियों के वाइस प्रेसिडेंट रह चुके थे.

बिना जांचे परखे कर्मचारी नहीं रखने की कसम खाई

एक बिजनेस प्रेजेंटशन के दौरान जैक की आंख तब खुली जब उन्‍होंने किसी बड़ी कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट रहे उस कर्मचारी को अक्षम पाया जिसे उन्‍होंने अपने यहां ऊंचे पद पर नौकरी दी थी. उसने उनके सामने ऐसा बिजनेस प्रपोजल रखा जो कंपनी की हैसियत के बाहर की बात थी. उस कर्मचारी ने जैक को बताया कि उसने पहले कभी इतना बड़ा प्‍लान तैयार नहीं किया. इसके बाद जैक ने यह बात गांठ बांध ली कि वह कभी कॉरपोरेट जगत के दिग्‍गजों को बिना जांचे परखे नहीं रखेंगे.

आईक्‍यू के साथ ईक्‍यू को भी दी तवज्‍जो

जैक ने बताया कि उन्‍होंने मानव संसाधन चुनने में हमेशा आईक्‍यू को तवज्‍जो दी. साथ ही ईक्‍यू (Emotional quotient) को भी तरजीह दी. उनका मानना है कि जिस बॉस में ईक्‍यू अच्‍छा होगा वहीं अच्‍छा टीम लीडर और टीम प्‍लेयर बन सकता है.

आशावादी स्‍टाफ सबसे ज्‍यादा पसंद

जैक आशावादी लोगों को पसंद करते हैं. उनका मानना है कि आशावादी रहने से आप बड़ी से बड़ी चुनौती से निपट सकते हैं. किसी भी कंपनी की तरक्‍की के लिए यह जरूरी है कि उसके कर्मचारी आशावादी हों.

जैक बताते हैं कि हर किसी को खुद से 3 सवाल पूछने चाहिए :

  • आपके पास क्‍या है?
  • आप क्‍या चाहते हैं?
  • आप क्‍या त्‍याग कर सकते हैं?

कौन हैं जैक मा

जैक मा चीन के पूर्वी झेरजयांग प्रांप के हांगझोऊ नगर के एक गरीब परिवार में पैदा हुए. पढ़ाई लिखाई के बाद वह अंग्रेजी के अध्यापक बने. 90 के दशक में नौकरी छोड़ कारोबार शुरू करने की ठानी. फिर जैक ने दोस्तों से 60,000 डॉलर उधार लिए और ऑनलाइन खरीद-बिक्री की सुविधा देने वाला इंटरनेट बाजार मंच अलीबाबा को शुरू किया. वह 2013 में कंपनी के सीईओ बने.

जैक की कंपनी की हैसियत

सितंबर 2018 में शेयर बाजार के हिसाब से जैक की कंपनी की हैसियत करीब 421 अरब डॉलर (30,312 अरब रुपये) की है. वह दुनिया के अमीर लोगों में गिने जाते हैं. उन्होंने सीएनएन से कहा था, ‘जब मैंने पहली बार इंटरनेट का इस्तेमाल किया और कंप्यूटर की-बोर्ड दबाया तो मुझे लगा कि हां यह कुछ ऐसी चीज है जो निश्चित रूप से दुनिया को बदल देगी, चीन को बदलेगी.'

अलीबाबा कई क्षेत्रों में मौजूद

अलीबाबा डिजिटल मीडिया, मनोरंजन, क्लाउड कंप्यूटिंग में अपना नेटवर्क फैला चुकी है. इस साल जून को समाप्त तिमाही में उसका कारोबार 61 प्रतिशत की दर से बढ़ा. फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार जैक चीन के सबसे धनी व्यक्ति हैं. उनकी संपत्ति 38.6 अरब डॉलर के आसपास है.