हिंडनबर्ग (Hindenburg Research) ने हाल ही में सेबी प्रमुख पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक रिपोर्ट जारी की थी. दिसंबर 2017 में शुरू होने से लेकर अब तक हिंडनबर्ग ने कुल मिलाकर 63 कंपनियों के खिलाफ करीब 70 रिपोर्ट जारी की हैं. इनमें से अधिकतर कंपनियों को रिपोर्ट आने के बाद तगड़ा नुकसान हुआ. आइए जानते हैं ऐसी 10 कंपनियों के बारे में जो हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के चलते या तो दिवालिया हो गईं या फिर बर्बादी के कगार पर पहुंच चुकी हैं.

1- WINS Finance

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हिंडनबर्ग की तरफ से इस कंपनी के खिलाफ 17 जून 2020 को एक रिपोर्ट जारी की गई थी. कंपनी के शेयरों में 10 जून को रहस्यमयी तरीके से 758 फीसदी की तेजी देखने को मिली थी. एक दिन पहले ही 9 जून को चीन की एक कोर्ट ने कंपनी की एक सब्सिडियरी कंपनी के 3 मिलियन चीनी युआन के असेट्स फ्रीज किए थे. ये सब देखकर शक हुआ कि कंपनी दिवालिया हो चुकी है. यहां तक कि WINS Finance की पैरेंट कंपनी, जिसके पास इसकी 67.7 फीसदी की हिस्सेदारी थी, वह पहले ही दिवालिया घोषित की जा चुकी है. इस रिपोर्ट के चलते कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई. उस वक्त कंपनी का शेयर 75 डॉलर तक चला गया था, जिसकी कीमत आज महज 0.12 डॉलर रह गई है. यानी देखा जाए तो कंपनी की लगभग 100 वेल्थ ही खत्म हो गई.

2- Nikola

Nikola One स्टार्टअप ने एक ऐसा ट्रक बनाकर 30 अरब डॉलर की कंपनी खड़ी कर दी, जो असल में था ही नहीं. इस कंपनी में एक-दो नहीं, बल्कि बहुत सारे दिग्गजों ने भी निवेश किया था. साल 2018 के शुरुआती महीनों में कंपनी ने निकोला वन का एक वीडियो जारी किया. इस वीडियो में दिखाया गया कि ट्रक अच्छे से ट्रक पर चल रहा है. हिंडनबर्ग ने खुलासा किया कि निकोला वन ट्रक को पहले खींच कर पहाड़ पर ले जाया गया और फिर वहां से लुढ़का दिया गया. उसके बाद उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालते हुए कहा गया कि यह ट्रक बन चुका है और जल्द ही बाजार में लॉन्च होगा, जबकि ऐसा कुछ नहीं था. नैसडैक पर लिस्टेड कंपनी निकोला के शेयरों की कीमत जून 2020 में 1977 डॉलर तक पहुंच गई थी. उसके बाद हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने सब कुछ तबाह कर दिया. आज हालात ये हैं कि कंपने के शेयर का दाम 8-9 डॉलर के करीब घूम रहा है. यानी कंपनी के शेयरों में करीब 99.5 फीसदी तक की गिरावट है.

3- SCWorx

कंपनी के खिलाफ हिंडनबर्ग ने अप्रैल 2020 में रिपोर्ट जारी की थी. हेल्थकेयर डेटा एनालिटिक्स कंपनी SCWorx कॉरपोरेशन ने कहा था कि उसे कोविड-19 टेस्टिंग किट के लिए एक बड़ा ऑर्डर मिला है. ये सुनते ही कंपनी के शेयर 400 फीसदी तक बढ़ गए थे, लेकिन ये खबर गलत थी. सच्चाई सामने आते ही कंपनी के शेयर औंधे मुंह गिर पड़े. कंपनी के तत्कालीन सीईओ इन्वेस्टर फ्रॉड के गुनहगार पाए गए और उनके खिलाफ कार्रवाई हुई. अप्रैल 2020 में कंपनी के शेयर की कीमत 100 डॉलर को भी पार कर गई थी, जबकि अभी कंपनी का शेयर 1 डॉलर पर पहुंच चुका है. यानी 99 फीसदी की भारी गिरावट.

4- Lordstown Motors

मार्च 2021 में हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए कंपनी पर आरोप लगाया था कि कंपनी प्री-ऑर्डर्स की संख्या को बढ़ा-चढ़ाकर बता रही है. यह भी आरोप लगाया गया था कि निवेशकों के साथ धोखा किया जा रहा है. उसके बाद कंपनी के शेयरों में 20 फीसदी तक की तगड़ी गिरावट आई और हालात इतने खराब हो गए कि कंपनी के सीईओ और सीएफओ को इस्तीफा तक देना पड़ गया. मार्च 2021 में कंपनी के शेयर की कीमत करीब 400 डॉलर थी, जबकि अभी कंपनी के शेयर लगभग 1.82 डॉलर पर कारोबार कर रहे हैं. यानी कंपनी के शेयरों के दाम करीब 99.5 फीसदी तक गिर चुके हैं.

5- Clover Health

हिंडनबर्ग की तरफ से फरवरी 2021 में एक हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी Clover Health के खिलाफ एक रिपोर्ट पब्लिश की गई थी. रिपोर्ट में दावा किया गया था कि कंपनी ने निवेशकों से यह बात छुपाई है कि उसके खिलाफ एक मामले में छानबीन चल रही है. इस रिपोर्ट के बाद कंपनी के शेयरों में तगड़ी गिरावट देखी गई थी. उस वक्त शेयर करीब 13 डॉलर के थे, जो बाद फिर से चढ़कर जून 2021 में 15 डॉलर तक पहुंचे, लेकिन उसके बाद गिरावट का जो दौर शुरू हुआ, उसमें सब चला गया. आज कंपनी के शेयर का दाम महज 1.86 डॉलर है. यानी रिपोर्ट आने के बाद से अब तक कंपनी के शेयरों में करीब 85 फीसदी तक की गिरावट है.

6- HF Foods

हिंडनबर्ग ने 23 मार्च 2020 को HF Foods के खिलाफ एक रिपोर्ट जारी की थी. रिपोर्ट में कुछ रिलेटेड पार्टी ट्रांजेक्शन होने की बात कही गई थी. हिंडनबर्ग ने कंपनी पर आरोप लगाया था कि उसने शेयरधारकों के करीब 2 मिलियन डॉलर ऐसे बिजनेस को ट्रांसफर किए हैं, जो चेयरमैन के टीनएज बेटे के हैं. इसमें से ही एक बिजनेस ने 7 फरारी की एक पूरी फ्लीट खरीदी थी. यानी शेयरधारकों के पैसे फरारी में उड़ाने का आरोप लगा. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद कंपनी का शेयर बुरी तरह टूटा. उस वक्त कंपनी के शेयर की कीमत 8.2 डॉलर के करीब थी, जो आज 3.4 डॉलर रह गई है. यानी कंपनी के शेयरों में करीब 60 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है.

7- PharmaCielo

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में कंपनी के को-फाउंडर Anthony Wile पर गंभीर आरोप लगाए गए थे. रिपोर्ट के अनुसार SEC ने सिक्योरिटीज फ्रॉड के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई की थी. कंपनी की कोलंबिया के Rionegro में स्थित एक अहम प्रॉपर्टी को एक दिवालिया कंपनी के को-फाउंडर से खरीदा था. इसे एक दूसरी एंटिटी ने खरीदा था, जिसका लिंक Anthony Wile से था. बाद में इसे PharmaCielo को ऊंचे दाम पर बेचा गया. आरोप था कि इससे इनसाइडर्स ने करीब 5.35 मिलियन डॉलर बनाए थे. कंपनी ने 2017 में ही कहा था कि उस जमीन पर कंपनी एक ग्रीनहाउस बना रही है, लेकिन हिंडनबर्ग ने वहां का दौरा किया तो पता चला कि वहां पर असल में कोई ग्रीनहाउस है ही नहीं. वहां सिर्फ एक खाली जमीन है, जिस पर घास उगी हुई है. हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद कंपनी के शेयरों के दाम बुरी तरह टूटे.

दिवालिया हो चुकी हैं ये 3 कंपनियां

जिन 63 कंपनियों के खिलाफ अब तक हिंडनबर्ग ने रिपोर्ट जारी की है, उनमें से 3 तो दिवालिया हो चुकी हैं. इन तीन कंपनियों के नाम- Ebix Inc., electric vehicle maker Lordstown Motors और Sorrento Pharmaceuticals हैं.