गूगल की फंडिंग वाले एडटेक स्टार्टअप Adda247 ने खरीदा Veeksha को, अब AR/VR और 3D से होगी पढ़ाई
एडटेक स्टार्टअप Veeksha का दूसरे स्टार्टअप Adda247 ने अधिग्रहण (Acquisition) कर लिया है. Adda247 में गूगल का भी निवेश है. कंपनी के अनुसार इस अधिग्रहण के बाद वीक्षा को अड्डा 247 में मर्ज कर लिया जाएगा.
एडटेक स्टार्टअप Veeksha का दूसरे स्टार्टअप Adda247 ने अधिग्रहण (Acquisition) कर लिया है. Adda247 में गूगल का भी निवेश है. कंपनी ने 19 जून को इसकी सूचना दी कि उसने 3डी एक्सपीरिंशियल लर्निंग प्रोडक्ट वाले स्टार्टअप Veeksha को खरीद लिया है. यह डील कितने रुपये में हुई है, अभी उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. कंपनी के अनुसार इस अधिग्रहण के बाद वीक्षा को अड्डा 247 में मर्ज कर लिया जाएगा.
अड्डा 247 के फाउंडर और सीईओ अनिल नागर कहते हैं- 'हम तेजी से अपनी एआर और वीआर क्षमताओं को बढ़ाने की कोशिश में लगे हैं. साथ ही हमारे प्लेटफॉर्म पर आने वाले सभी स्टूडेंट्स को हम बेस्ट लर्निंग दे रहे हैं. वीक्षा के साथ हम मुश्किल कॉन्सेप्ट्स को 3डी विजुअलाइजेशन, वर्चुअल एक्सपेरिमेंट्स और एक्सप्लेन करने वाले वीडियो की मदद से आसान बनाएंगे और इन सबसे स्टूडेंट्स को फायदा होगा.'
2016 में हुई थी Adda247 की शुरुआत
Adda247 की शुरुआत अनिल नागर और सौरभ बंसल ने साल 2016 में की थी. यह एक एडटेक स्टार्टअप है, जो तमाम तरह की परीक्षाओं की तैयारी कराता है. इनमें सरकारी बैंक, सरकारी विभागों और भारतीय रेलवे की परीक्षाओं के लिए तैयारी कराई जाती है. यह कंपनी टीयर-2 और उससे नीचे के भारतीय शहरों के स्टूडेंट्स को अपनी सेवाएं देती है. मौजूदा वक्त में कंपनी के पास करीब 5 करोड़ एक्टिव मंथली यूजर्स हैं और लगभग 20 लाख ऐसे यूजर्स हैं जिन्होंने कोई ना कोई पेड सर्विस ली हुई है.
अहमदाबाद की कंपनी है Veeksha
Veeksha अहमदाबाद की कंपनी है, जो आज की पीढ़ी को ध्यान में रखते हुए 3डी मैथमेटिक्स और साइंस कंटेंट बनाती है. यह कंपनी उन स्टूडेंट्स को टारगेट करती है, जिन्हें डिजिटल डिवाइसेज का इस्तेमाल करते हुए पढ़ाई करना अच्छा लगता है. कंपनी का शानदार लर्निग मॉड्यूल ना सिर्फ स्टूडेंट्स के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है, बल्कि टीचर्स को भी इससे खूब फायदा हो सकता है.
Adda247 की तरफ से वीक्षा के अधिग्रहण के बाद अब कंपनी अपने स्टूडेंट्स को इंटरेक्टिव लर्निंग मॉड्यूल ऑफर कर सकेगी, जिससे तमाम तरह के कॉन्सेप्ट्स को समझना काफी आसान हो जाएगा. कंपनी के अनुसार शुरुआती डेटा से पता चलता है कि इस नए तरह के लर्निंग मटीरियल का उपयोग करने वाले छात्रों के ग्रुप में एंगेजमेंट में करीब 30 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है. कंपनी के को-फाउंडर गौरीशंकर सिंह कहते हैं- हम वीक्षा के अनुभव को लागू करने के लिए काफी उत्साहित हैं. इससे एआर और वीआर के साथ एजुकेशन को एडवांस बनाने में मदद मिलेगी.