कर्मचारियों को महीनों से सैलरी (Salary) नहीं देने के कारण विवादों में आई इंसेंट ग्रॉसरी डिलीवरी कंपनी डंज़ो (Dunzo) सीरीज जी राउंड में 80-100 मिलियन डॉलर जुटाने के लिए बातचीत कर रही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु स्थित हाइपरलोकल डिलीवरी स्टार्टअप डंज़ो लाइटबॉक्स और लाइटरॉक सहित अपने मौजूदा निवेशकों (Investor) से फंड जुटाने के लिए बातचीत कर रहा है.

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रिपोर्ट में कहा गया है कि फंडिंग राउंड में ज्यादातर इक्विटी फंडिंग शामिल है और इसमें एक छोटा हिस्सा कर्ज का भी सकता है. डंज़ो ने अभी तक रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं की है. फंड जुटाने से स्टार्टअप को वेतन का भुगतान करने के साथ-साथ अपने बकाया का भुगतान करने में भी मदद मिल सकती है.

इस साल मार्च से लेकर अब तक डंज़ो को कम से कम 7 कंपनियों से कानूनी नोटिस मिल चुका है. कथित तौर पर इसे गूगल इंडिया, निलेंसो, क्लोवर वेंचर्स, फेसबुक इंडिया ऑनलाइन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, कपशप, कू और ग्लांस से कानूनी नोटिस मिले. डंज़ो ने कथित तौर पर कर्मचारियों को वेतन घटक पर 12 प्रतिशत प्रति वर्ष का ब्याज देने का वादा किया है, जिसे उसने जून से रोक रखा था.

इसके अलावा, स्टार्टअप ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह पिछली रिपोर्टों के अनुसार, 4 सितंबर तक सभी बकाया ऋणों का भुगतान करने की राह पर है. कंपनी को 20 जुलाई तक सभी लंबित बकाया चुकाने थे, लेकिन एक ईमेल भेजकर समय सीमा को 4 सितंबर तक बढ़ा दिया गया.

डंज़ो की पेरोल टीम ने कर्मचारियों को एक ईमेल में कहा, "आपके धैर्य और निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद. हम इससे (वेतन में देरी) होने वाली असुविधा को समझते हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम देरी के लिए संभावित सहायता प्रदान करें." इसमें कहा गया है, 'हर साल 12 प्रतिशत ब्याज का भुगतान किया जाएगा.'