एडटेक सेक्टर के दिग्गज स्टार्टअप Byju's की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक बार फिर से कंपनी ने करीब 4000-5000 लोगों को नौकरी से निकालने (Layoff) का फैसला किया है. हाल ही में खबर आई थी कि कंपनी ने अर्जुन मोहन को अपना नया सीईओ बनाया है. बताया जा रहा है कि ये नई छंटनी नए सीईओ की लीडरशिप में ही हो रही है. रिपोर्ट है कि कंपनी ने बिजनेस की रीस्ट्रक्चर किया है, जिसकी वजह से बहुत सारे लोगों को अपनी नौकरी खोनी पड़ी है.

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पैसों की तंगी से जूझ रहा स्टार्टअप Byju's तेजी से अपने बिजनेस को बचाने और लागत को घटाने की कोशिशें कर रहा है. इसके लिए कंपनी पहले भी कई बार छंटनी कर चुकी है. कुछ महीने पहले ही जून के महीने में कंपनी ने करीब 1000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था. इस छंटनी के दौरान में Byju's के मार्केटिंग, सेल्स और बिजनेस डेवलपमेंट के साथ-साथ प्रोडक्ट और टेक्नोलॉजी की टीमों के कर्मचारियों पर असर पड़ा था, जिसमें वाइटहैट जूनियर के कर्मचारी भी शामिल थे.

मुश्किलों से जूझ रही है कंपनी

कंपनी को यह बड़ा कदम इसलिए उठाना पड़ रहा है, क्योंकि कंपनी का रेवेन्यू तेजी से गिर रहा है. वहीं दूसरी ओर आईपीओ कंपनी का आईपीओ आने मे भी देरी हो रही है. इतना ही नहीं, अब निवेशकों की तरफ से भी कंपनी पर दबाव बढ़ने लगा है, जिसके चलते ये कदम उठाना पड़ रहा है. 

कंपनी के प्रवक्ता ने एक बयान में बताया कि हम बिजनेस को रीस्ट्रक्चर करने के फाइनल स्टेज में हैं, जिसके तहत ऑपरेटिंग स्ट्रक्चर को आसान बनाने की कोशिश की जा रही है. साथ ही इससे लागत घटेगी और कैश फ्लो मैनेजमेंट बेहतर होगा. प्रवक्ता के अनुसार Byju's के नए सीईओ अर्जुन मोहन अगले कुछ हफ्तों में बिजनेस रीस्ट्रक्चर करने की इस प्रक्रिया को पूरा कर लेंगे. 

हाल ही में कर्मचारियों की सैलरी टाली थी

एडटेक सेक्टर की दिग्गज कंपनी Byju's ने नौकरी से निकाले गए पुराने कर्मचारियों की सैलरी को कुछ समय के लिए टाल दिया है. अब कंपनी के प्रवक्ता ने जी बिजनेस को बताया है कि 'कठिन व्यवसाय पुनर्गठन' के बीच जल्द ही कंपनी पुराने कर्मचारियों का पूरा और अंतिम बकाया चुका देगी. कंपनी ने कहा है कि पुराने कर्मचारियों की सैलरी का भुगतान करने में देरी के लिए उसे खेद है. कंपनी ने कहा कि वह अपने सभी दायित्वों को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है. 

कुछ समय पहले ही कंपनी की तरफ से पूर्व कर्मचारियों को एक ईमेल के जरिए सूचना दी गई थी. बताया गया था कि उन्हें जो भुगतान 15 सितंबर को किया जाना था, अब वह भुगतान 17 नवंबर तक हो सकेगा. कंपनी ने पूर्व कर्मचारियों की फाइनल सैलरी देने में देरी होने के लिए खेद जताया था.

कंपनी पर है करीब 1.2 अरब डॉलर का कर्ज

एडटेक स्टार्टअप बायजू ने अपना 1.2 अरब डॉलर का पूरा कर्ज चुकाने के लिए अपनी विदेशी इकाइयों एपिक और ग्रेट लर्निंग को बेचने की योजना बना रही है. एक सूत्र ने पीटीआई को सोमवार को यह जानकारी दी. जानकार सूत्रों ने कहा कि बायजू अपने कर्जदाताओं के साथ संपर्क में रही है और उसने उनके समक्ष अपने विदेशी कारोबारों की बिक्री के जरिये उनका पूरा कर्ज लौटाने का प्रस्ताव रखा है. यह कर्ज 1.2 अरब डॉलर यानी करीब 9,956 करोड़ रुपये का है.

बायजू को उम्मीद है कि बच्चों की पढ़ाई से जुड़ी कंपनी एपिक और स्किल डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म ग्रेट लर्निंग की बिक्री से उसे 80 करोड़ डॉलर से लेकर 100 करोड़ डॉलर तक की रकम मिल सकती है. इसके अलावा भारतीय कंपनी बायजू को इक्विटी हिस्सेदारी की बिक्री से भी कुछ रकम मिलने की उम्मीद है. वह इन संपत्तियों की बिक्री के लिए रणनीतिक निवेशकों के संपर्क में है. इस बारे में टिप्पणी के लिए बायजू को भेजे गए ईमेल का फिलहाल कोई जवाब नहीं मिला है.