हाल ही में Byju's के बोर्ड की एक बैठक हुई थी. इसके बाद कहा जाने लगा कि Byju's के फाउंडर बायजू रवींद्रन (Byju Raveendran) को कंपनी से निकाल दिया गया है. हालांकि, कुछ ही वक्त के बाद बायजू रवींद्रन ने इन खबरों का खंडन करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक अफवाह है और वह अभी भी Byju's के सीईओ हैं और आगे भी बने रहेंगे. भले ही बायजू रवींद्रन अभी भी कंपनी के सीईओ हैं, लेकिन बोर्ड उनके खिलाफ नजर आ रहा है.

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बोर्ड ने बायजू रवींद्रन पर कुप्रबंधन का आरोप लगाया है और लगातार उन्हें और उनके परिवार के लोगों को बोर्ड से हटाने की कोशिशें हो रही हैं. अगर बायजू रवींद्रन को कंपनी से निकाल दिया जाता है तो वह उन लोगों की लिस्ट में शामिल हो जाएंगे, जिन्हें उनकी ही कंपनी से बोर्ड ने निकाल दिया. आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ फाउंडर्स के बारे में, जिन्होंने अपनी मेहनत से कंपनी तो खड़ी की, लेकिन एक दिन उन्हें अपनी ही कंपनी से बाहर जाना पड़ा.

Ashneer Grover

शार्क टैंक इंडिया के पहले सीजन में जज रह चुके अश्नीर ग्रोवर 'भारत पे' के को-फाउंडर थे। भारत पे के सीनियर मैनेजमेंट ने ग्रोवर पर पैसों की हेराफेरी का आरोप लगाया था. इसके बाद बोर्ड से लंबे विवाद के बाद अश्नीर ग्रोवर को सभी पदों से हटा दिया गया. यह विवाद एक गुमनाम अकाउंट से अश्नीर ग्रोवर की ऑडियो रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर शेयर होने के बाद शुरू हुआ. इस ऑडियो में अश्नीर ग्रोवर ने एक बैंक कर्मचारी को जान से मारने की धमकी दी थी. उनके साथ-साथ अश्नीर ग्रोवर की पत्नी माधुरी जैन को भी कंपनी में अनियमितताओं के लिए बर्खास्त किया गया था.

Rahul Yadav

हाउसिंग डॉट कॉम (Housing.com) के फाउंडर राहुल यादव (Rahul Yadav) को भी कंपनी से निकाला गया था. आईआईटी मुंबई से पढ़े राहुल यादव ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद यह कंपनी शुरू की थी. आईआईटी में जब उनके दोस्तों को घर ढूंढने में दिक्कत हो रही थी, उसके बाद राहुल ने 2012 में इस कंपनी की शुरुआत की थी. साल 2015 तक राहुल यादव  की तुलना स्टीव जॉब्स से की जाने लगी थी. उसी दौरान यह बात सामने आई कि उन्होंने अन्य को-फाउंडर्स, मीडिया और निवेशकों के साथ बदतमीजी की थी. इसके बाद सॉफ्टबैंक के वकीलों के साथ हुई एक मीटिंग में यह फैसला लिया गया कि राहुल यादव को बोर्ड से बाहर किया जाए.

Steve Jobs

स्टीव जॉब्स को कौन नहीं जानता. स्टीव जॉब्स को एप्पल का जनक कहा जाता है, जिन्होंने स्टीव वोजनियाक और रोनाल्ड वेन के साथ मिलकर इस कंपनी की शुरुआत की थी. यह कंपनी 1977 में शुरू हुई थी और 1985 तक कुछ विवादों के चलते स्टीव जॉब्स को अपनी ही कंपनी से बाहर जाना पड़ा. हालांकि, 90 के दशक के अंत में उन्होंने एप्पल के सीईओ के रूप में एक बार फिर वापसी कर ली थी.

Sachin Bansal & Binny Bansal

जब भी फ्लिपकार्ट का नाम सामने आता है तो सचिन और बिन्नी बंसल की बात जरूर होती है. दोनों ने मिलकर अक्टूबर 2007 को फ्लिपकार्ट की शुरुआत की थी. दोनों आईआईटी दिल्ली से पढ़े थे और साथ मिलकर अमेजन में काम भी किया था. अमेजन से ही उन्हें फ्लिपकार्ट का आइडिया आया था. कंपनी तेजी से बिजनेस बढ़ाती जा रही थी और 2018 में वॉलमार्ट ने कंपनी का अधिग्रहण कर लिया. इस डील के दौरान सचिन बंसल का फ्लिपकार्ट के बोर्ड से कुछ विवाद हो गया और वह अपनी पूरी हिस्सेदारी कंपनी को बेचकर बाहर हो गए. कुछ समय बाद वॉलमार्ट की तरफ से आरोपों की जांच के बाद बिन्नी बंसल ने भी फ्लिपकार्ट से इस्तीफा दे दिया.

Travis Kalanick

आज के वक्त में उबर के बारे में कौन नहीं जानता, लेकिन आपको बता दें कि उबर के को-फाउंडर Travis Cordell Kalanick को भी अपनी कंपनी से बाहर निकलना पड़ा था. कंपनी शुरू करने के करीब 8 साल बाद 2017 में ट्रैविस को सीईओ पद से हटा दिया गया था. निवेशकों के साथ कुछ विवाद के बाद यह फैसला लिया गया था, जिसके चलते ट्रैविस को कंपनी छोड़कर जाना पड़ा.

Jack Dorsey

Twitter के फाउंडर जैक डोर्सी का मामला भी काफी चर्चा में रहा था. जैक डोर्सी ने Evan Williams, Biz Stone और Noah Glass के साथ मिलकर 2006 में ट्विटर की शुरुआत की थी. कुछ समय बाद उनके मैनेजमेंट स्टाइल पर सवाल उठे और बोर्ड मेंबर्स के साथ उनका कम्युनिकेश गैप भी उनके खिलाफ गया. वह बार-बार सर्वर के फेल होने की घटनाओं से भी निपट नहीं पा रहे थे. साल 2008 में जैक डोर्सी को Evan Williams ने कंपनी से निकाल दिया गया, जो कंपनी के चेयरमैन और प्रमुख निवेश थे. हालांकि, जैक डोर्सी 2015 में कंपनी में वापस आ गए. 2021 में उन्होंने फिर से ट्विटर के सीईओ का पद छोड़ दिया और पराग अग्रवाल को सीईओ बनाया गया. हालांकि, फिर ट्विटर को एलन मस्क ने खरीद लिया और उन्होंने पराग अग्रवाल को भी कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया.