Byju's Crisis: बायजू रवींद्रन ने क्यों कहा- 'एक भी रुपया लेने से पहले कर्जदाताओं का पैसा लौटाने को तैयार हूं'
संकटग्रस्त शिक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी बायजू के संस्थापक बायजू रवींद्रन ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर कर्जदाता उनके साथ काम करने को तैयार हैं तो वह उन्हें पूरा पैसा लौटाने को तैयार हैं.
नकदी संकट से जूझ रही एडकेट कंपनी बायजूज़ इन दिनों फिर से चर्चा में है. हाल ही में कंपनी के फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन ने एक बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि अगर कर्जदाता उनके साथ काम करने को तैयार हैं, तो वह भी उन्हें पूरा पैसा लौटाने को तैयार हैं. बायजू ने मीडिया से करीब ढाई घंटे चली बातचीत में यह बात कही. उन्होंने कहा कि अगर कंपनी के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया जारी रहती है तो कर्जदाताओं को कोई पैसा नहीं मिलेगा.
रवींद्रन ने आगे कहा, “अगर वे मेरे साथ काम करने को तैयार हैं, तो मैं एक भी रुपया निकालने से पहले उन्हें पैसे वापस देने को तैयार हूं. हमने 14 करोड़ डॉलर का भुगतान कर दिया है, लेकिन वह पूरे 1.2 अरब डॉलर चाहते थे. हालांकि, हमने वह पैसे पहले ही कहीं निवेश कर दिए थे, ऐसे में उन्हें पैसे लौटाने में दिक्कत हुई. अधिकतक कर्जदारा समझौता करना चाहते थे, लेकिन एक या दो लोग इससे बहुत ज्यादा फायदा कमाना चाहते थे.”
मौजूदा वक्त में बायजू दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की तरफ से 158.9 करोड़ रुपये के बकाया की वसूली के लिए एनसीएलएटी जाने के बाद यह प्रक्रिया शुरू हुई है. कंपनी ने पूरी बकाया राशि का भुगतान करने के बाद बीसीसीआई के साथ विवाद सुलझा लिया, जिसके बाद एनसीएलएटी ने दिवाला कार्यवाही कैंसिल कर दी. हालांकि, अमेरिकी ऋणदाताओं ने अपने एजेंट ग्लास ट्रस्ट के माध्यम से एनसीएलएटी के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, जिसने बायजू के खिलाफ दिवाला कार्यवाही बहाल कर दी.