बायजू (Byju's) समूह की कंपनी आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल) के एमडी और सीईओ दीपक मेहरोत्रा ने एक अहम बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि शिक्षण प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेशकों की ओर से हो रही फंडिंग अनुचित व्यवहार को बढ़ावा दे रही है, जो उद्योग के लिए अच्छा नहीं है. बता दें कि मेहरोत्रा को सोमवार को एईएसएल का सीईओ नियुक्त किया गया था. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ बातचीत में कहा कि अकेले डिजिटल बड़े संस्थानों में प्रवेश पाने के इच्छुक मेडिकल और इंजीनियरिंग छात्रों की आकांक्षाओं को पूरा नहीं कर सकता है. नए शिक्षार्थियों की आवश्यकताओं पर गौर करना जरूरी है. मेहरोत्रा ने कहा, ‘‘निवेशकों का वित्त पोषण (Funding) स्पष्ट रूप से ऐसे व्यवहार को बढ़ावा दे रहा है जो किसी के लिए अच्छा नहीं है. मैं केवल यही उम्मीद करता हूं कि समझदारी से काम किया जाए.’’ 

मेहरोत्रा से शिक्षण प्रौद्योगिकी और परीक्षण तैयारी क्षेत्र में एकीकरण की आवश्यकता के बारे में सवाल किया गया था, जिसके लिए कई कंपनियों के बिजनेस मॉडल में बहुत सारे बदलाव किए गए हैं. सितंबर 2023 में अभिषेक माहेश्वरी के कंपनी से इस्तीफा देने के बाद से आकाश में सीईओ का पद रिक्त था. मेहरोत्रा के पास एफएमसीजी (दैनिक उपयोग की घरेलू वस्तुओं), दूरसंचार और शिक्षा क्षेत्र में काम करने का अनुभव है.