अगर आप सोलर ऊर्जा (Solar Energy) से जुड़ा कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो फिर सरकार की इस योजना के साथ जुड़कर आप अच्‍छी कमाई कर सकते हैं. इस बार बजट में प्रधानमंत्री कृषि ऊर्जा सुरक्षा उत्थान महाभियान (PM Kusum scheme) के एक्‍सटेंशन का ऐलान किया गया है. इसके बारे में पूरी जानकारी सरकार की वेबसाइट पर दी गई है.

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इस योजना के तहत 20 लाख किसानों (Farmers) को सोलर पंप (Solar Pump) लगाने में मदद मिलेगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि 15 लाख किसानों को ग्रिड से जुड़े सोलर पंप लगाने के लिए रकम मुहैया कराई जाएगी. किसान इन सोलर पंपों से बनने वाली अतिरिक्त बिजली ग्रिड को दे सकेंगे. इससे उनकी आमदनी का स्रोत भी खुलेगा.

मोदी सरकार ने पिछले कार्यकाल में फरवरी 2019 में इस योजना की शुरुआत की थी, जिसके लिए 34,422 करोड़ रुपये का अलोकेशन हुआ था. सीतारमण ने कहा था कि इस योजना से किसानों की डीजल (Diesel) और केरोसिन (Kerosene) तेल पर निर्भरता घटी है और वे सौर ऊर्जा से जुड़े हैं.

इस योजना से किसान Solar Energy पैदा करने और उसे ग्रिड को बेचने में सक्षम हैं. किसान अपनी बंजर जमीन पर सौर ऊर्जा पैदा कर कमाई कर सकेंगे.

पीएम कुसुम योजना के तीन रूप

10,000 मेगावाट क्षमता के ग्रिड से जुड़े विकेंद्रीकृत नवीकरणीय बिजली संयंत्र, 17.50 लाख ग्रिड सौर बिजली कृषि पंप और ग्रिड से जुड़े हुए 10 लाख सौर बिजली कृषि पंपों का सोलराइजेशन. योजना के तहत इन तीनों को मिलाकर 2022 तक कुल 25,750 मेगावाट सौर क्षमता तैयार करने की योजना है.

क्‍या मिलेगा रेट

40 पैसे / kWh या 6.60 लाख रुपए/ मेगावाट / वर्ष, जो भी कम हो, किसानों/डेवलपर्स से बिजली खरीदने के लिए MNRE से DISCOMs को पहले 5 साल के लिए दिया जाएगा.