Startups के लिए क्या हैं Atal Innovation Mission 2.0 के मायने, जानिए इससे होंगे क्या फायदे
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार को नीति आयोग की प्रमुख पहल अटल इनोवेशन मिशन (Atal Innovation Mission) यानी एआईएम (AIM) को 31 मार्च, 2028 तक जारी रखने की मंजूरी दे दी है.
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार को नीति आयोग की प्रमुख पहल अटल इनोवेशन मिशन (Atal Innovation Mission) यानी एआईएम (AIM) को 31 मार्च, 2028 तक जारी रखने की मंजूरी दे दी है. इसमें काम का दायरा बढ़ाते हुए कुल 2,750 करोड़ रुपये के बजट को भी मंजूर कर दिया गया है. एआईएम 2.0 (Atal Innovation Mission 2.0) विकसित भारत की दिशा में एक कदम है. इसका उद्देश्य भारत में इनोवेशन और स्टार्टअप ईकोसिस्टम (Startup Ecosystem) को बढ़ावा देना और मजबूत करना है. आइए समझते हैं स्टार्टअप्स के लिए क्या हैं एआईएम 2.0 के मायने.
भारत सरकार ने हाल ही में अटल इनोवेशन मिशन 2.0 की शुरुआत की है, जो भारतीय स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है. यह मिशन खास तौर पर उन स्टार्टअप्स के लिए है जो नए विचारों, टेक्नोलॉजी में इनोवेशन और बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे हैं. इसके जरिए स्टार्टअप्स को और ज्यादा प्रोत्साहन मिलेगा.
क्या है अटल इनोवेशन मिशन 2.0?
अटल इनोवेशन मिशन (AIM) का मकसद भारत में इनोवेशन और स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करना है. AIM 2.0 एक नया और विस्तारित संस्करण है, जो स्टार्टअप्स, नवप्रवर्तकों और छोटे व्यवसायों को नई दिशा देने का काम करेगा. इस मिशन के तहत सरकार का लक्ष्य है कि स्टार्टअप्स को बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर, फंडिंग और तकनीकी सहायता मिले, जिससे वह ग्लोबल लेवल पर प्रतिस्पर्धा कर सकें.
अटल इनोवेशन मिशन के पहले चरण का मकसद ऐसा बुनियादी ढांचा बनाना था, जिससे देश के तत्कालीन शुरुआती परिवेश को मजबूती मिले. वहीं दूसरे चरण में नए उपायों को शामिल किया गया है, ताकि परिवेश में जो कमियां थीं, उन्हें निपटाया जा सके. अटल टिंकरिंग लैब्स (एटीएल) और अटल इनक्यूबेशन सेंटर (एआईसी) जैसी एआईएम 1.0 की उपलब्धियों के साथ अटल इनोवेशन मिशन का दूसरा चरण नए मुकाम हासिल कर सकता है.
स्टार्टअप्स के लिए क्या हैं इसके फायदे?
1- इनोवेशन हब्स और लर्निंग प्लेटफार्म
AIM 2.0 के तहत स्टार्टअप्स को तमाम इनोवेशन हब और लर्निंग प्लेटफार्म्स उपलब्ध कराए जाएंगे. इससे उन्हें अपने विचारों को बेहतर रूप से विकसित करने और उसे बाजार में लाने का मौका मिलेगा.
2- फंडिंग और निवेश
AIM 2.0 के तहत स्टार्टअप्स को जरूरी फंडिंग और निवेश प्राप्त करने में मदद मिलेगी. इसके जरिए सरकार ने कई निवेशकों को स्टार्टअप्स के साथ जोड़ने की योजना बनाई है, ताकि स्टार्टअप्स को पूंजी के लिए संघर्ष न करना पड़े.
3- इंफ्रास्ट्रक्चर और मेंटरशिप
इस मिशन में मेंटरशिप का विशेष ध्यान रखा गया है. अनुभवी उद्यमी और उद्योग विशेषज्ञ स्टार्टअप्स को मार्गदर्शन देंगे, जिससे उनकी सफलता की दर बढ़ सके. इसके अलावा, सरकार स्टार्टअप्स को बेहतर कार्यस्थल और उपकरण भी उपलब्ध कराएगी.
4- उद्यमिता को बढ़ावा
AIM 2.0 से भारतीय युवाओं में उद्यमिता की भावना को और बढ़ावा मिलेगा. यह उन्हें अपने व्यवसाय को स्थापित करने और उसे बढ़ाने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएगा.