अपना भाड़ा और ड्राइवर के बीच नया एग्रीमेंट लागू, गाड़ी पर मालिकाना हक जताने के इन नियमों में हुआ बदलाव
अपना भाड़ा ने अपने पार्टनर मारुति के साथ मिलकर अपने एग्रीमेंट में कई तरह के बड़े बदलाव किए हैं और उस एग्रीमेंट के तहत ही उन्हें गाड़ियां दी जाएगी.
Apna Bhada: मुर्तुजा अली द्वारा स्थापित 'अपना भाड़ा' (Apna Bhada) एक ऐसी बुलंदियों पर पहुंच चुका है जहां पर हर कंपनी अपने स्टार्टअप के जरिए पहुंचने की कोशिश करती है.आज अपना भाड़ा ने मार्केट में इस तरह अपना नाम बनाया कि कई बड़े कंपनियों को अपने प्लान में बदलाव करने की नौबत आ गई. अपना भाड़ा जो दिल्ली एनसीआर गोवा और बेंगलुरु में अपनी सर्विस दे रहा है,और जिस तरह से सर्विस दे रहा है वह काफी सुर्खियों में है.
अपना भाड़ा ने अब तक अपने सफर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं.उनके बिजनेस को क्षति पहुंचाने के लिए उनके इमेज को खराब करने की कोशिश की गई.अपना भाड़ा से जुड़े कुछ ड्राइवर्स ने पहले ही दिन मालिकाना हक लेकर गाड़ी देने से मना कर दिया जहां अपना भाड़ा के लिए परेशानी खड़ी हो गई.
आगे चलकर यह खबर फैलते ही कुछ और ड्राइवर कुछ ऐसा करें उससे पहले ही अपना भाड़ा ने अपने पार्टनर मारुति के साथ मिलकर अपने एग्रीमेंट में कई तरह के बड़े बदलाव किए हैं. और उस एग्रीमेंट के तहत ही उन्हें गाड़ियां दी जाएगी. अपने इस बड़े बदलाव से अपना भाड़ा यह निश्चित करना चाहता है कि कोई भी ड्राइवर पहले ही दिन गाड़ी पर अपना मालिकाना हक नहीं जता सकता है.
मीडिया कर्मियों से बात करते हुए मुर्तुजा अली ने कहा कि मैं सभी लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जो अपना भाड़ा पर विश्वास रखते हैं. साथ ही उन्होंने यह बताया कि कैसे अपना भाड़ा काम करती है और अपने स्ट्रेटजी के बलबूते उसने अब तक क्या-क्या बदलाव देखे हैं.
अपना भाड़ा सुर्खियों में तब आया जब वह यात्रियों को फ्री ट्रैवल करवा रही हैं और दूसरी बात ड्राइवर को ₹75000 का मासिक पेआउट देना यह काफी बड़ी बात है.इसी के साथ चालक को मालक बनाना यानी 25000 के छोटे इन्वेस्टमेंट से कार खरीद कर देना और लगातार 3 साल तक बिजनेस देना यह. इन तीन स्ट्रैटेजी से अपना भाड़ा ने अपना अलग ही मुकाम हासिल किया.