28% GST का नतीजा: MPL के बाद अब इस Gaming स्टार्टअप ने 22% लोगों को निकाला, कई Startup हुए बंद
हाल ही में गेमिंग स्टार्टअप MPL ने छंटनी (Layoff) की थी और अब खबर है कि एक दूसरे स्टार्टअप Hike ने करीब 22 फीसदी लोगों को नौकरी से निकाल दिया है. गेमिंग इंडस्ट्री पर तगड़ी जीएसटी की वजह से मुमकिन है कि आने वाले दिनों में भी इसके बुरे नतीजे देखने को मिल सकते हैं.
जब से सरकार ने गेमिंग (Gaming) पर GST दर बढ़ाकर 28 फीसदी की है, तब से लेकर अब तक गेमिंग इंडस्ट्री (Gaming Industry) पर इसका बुरा असर देखने को मिल रहा है. हाल ही में गेमिंग स्टार्टअप MPL ने छंटनी (Layoff) की थी और अब खबर है कि एक दूसरे स्टार्टअप Hike ने करीब 22 फीसदी लोगों को नौकरी से निकाल दिया है. गेमिंग इंडस्ट्री पर तगड़ी जीएसटी की वजह से मुमकिन है कि आने वाले दिनों में भी इसके बुरे नतीजे देखने को मिल सकते हैं.
55 लोग निकाले गए नौकरी से
Hike की शुरुआत Kavin Bharti Mittal ने की थी. कंपनी ने करीब 22 फीसदी लोगों को नौकरी से निकाल दिया है. अभी तक कंपनी में करीब 250 कर्मचारी थे. ऐसे में इस छंटनी का असर करीब 55 कर्मचारियों पर पड़ा बताया जा रहा है. कंपनी के सीईओ कविन भारती मित्तल के अनुसार जिन 55 लोगों को निकाला गया है, उनमें से करीब 24 ऐसे हैं जो फुट टाइम कर्मचारी नहीं थे यानी कॉन्ट्रैक्ट पर थे.
इस गेमिंग प्लेटफॉर्म के पास करीब 52 लाख मंथली एक्टिव यूजर्स हैं. यह स्टार्टअप अब तक करीब 308 मिलियन डॉलर तो अलग-अलग गेम्स के विजेताओं को बांट चुका है. Hike के निवेशकों में Tencent, Foxconn, Bharti Group, Tribe Capital, Polygon, Binny Bansal, Bhavin Turakhia और Kunal Shah शामिल हैं.
इससे पहले गेमिंग यूनिकॉर्न MPL ने की थी छंटनी
हाल ही में esports और mobile gaming platform MPL ने करीब 350 लोगों को नौकरी से निकाला है. 8 अगस्त को MPL के को-फाउंडर और सीईओ साय श्रीनिवासन ने एक ईमेल भेजा था. उसमें कहा गया था कि गेमिंग पर 28 फीसदी जीएसटी लगाए जाने की वजह से टैक्स बोझ बहुत ज्यादा बढ़ गया है. इसकी वजह से कंपनी को कठोर फैसला लेने पर मजबूर होना पड़ रहा है.
छोटे स्टार्टअप्स ने तो बिजनेस की बंद कर दिया
कुछ छोटे गेमिंग स्टार्टअप्स पर भारी-भरकम जीएसटी का इतना बुरा असर पड़ा है कि उन्हें अपना बिजनेस ही चलाने में दिक्कत हो रही है. एक ऐसे ही गेमिंग स्टार्टअप Quizy ने अपना बिजनेस बंद करने की घोषणा की है.
क्यों हो रही गेमिंग इंडस्ट्री में छंटनी?
इसकी सबसे बड़ी वजह तो जीएसटी है. गेमिंग इंडस्ट्री पर अब जीएसटी दर 28 फीसदी कर दी गई है, जो पहले के मुकाबले करीब 400 फीसदी अधिक है. इसके चलते इन कंपनियों का रेवेन्यू बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ है. वहीं दूसरी ओर, पिछले करीब डेढ़ साल से स्टार्टअप ईकोसिस्टम फंडिंग विंटर की मार झेल रहा है. फंडिंग विंटर के चलते भी गेमिंग इंडस्ट्री में छंटनी का दौर देखने को मिल रहा है.
बता दें कि 11 जुलाई 2023 को जीएसटी काउंसिल ने ऑनलाइन गेमिंग पर 28 फीसदी जीएसटी लगाने की घोषणा की थी. 2 अगस्त को हुई बैठक में काउंसिल ने तय किया है कि 1 अक्टूबर 2023 से इसे लागू किया जाएगा. गेमिंग कंपनियों ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर जीएसटी को घटाने की मांग की है, लेकिन अभी तक इसे लेकर कोई दूसरा अपडेट नहीं है. 28 फीसदी का ये टैक्स ऑनलाइन गेमिंग, हॉर्स रेसिंग और कसीनो पर लागू होगा.