स्टांप ड्यूटी से राज्यों की बंपर कमाई, करीब ₹95000 करोड़ की हुई इनकम, टॉप- 3 में यूपी भी शामिल
जारी आंकड़ों के मुताबिक FY23 की पहली छमाही में औसत मंथली रेवेन्यू कलेक्शन 15807 करोड़ रुपए रही, जो कि पिछले साल की पहली छमाही में 11687 करोड़ रुपए थी. कलेक्शन के आंकड़ों में महाराष्ट्र पहले पायदान पर है. इसके बाद उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु का नंबर आता है.
राज्यों को स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्जेस से हाने वाली कमाई में जोरदार उछाल दर्ज की गई है. जारी आंकड़ों के मुताबिक 27 राज्यों और एक केंद्र शासित राज्य की कमाई FY23 की पहली छमाही में 35 फीसदी बढ़ी है. यह 94847 करोड़ रुपए हो गई है. पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही में कलेक्शन का आंकड़ा 70120 करोड़ रुपए थी. स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्ज से होने वाली कमाई का आंकड़ा घरेलू ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने सोमवार को जारी किया.
कमाई के मामले में उत्तर प्रदेश भी टॉप में शामिल
जारी आंकड़ों के मुताबिक FY23 की पहली छमाही में औसत मंथली रेवेन्यू कलेक्शन 15807 करोड़ रुपए रही, जो कि पिछले साल की पहली छमाही में 11687 करोड़ रुपए थी. कलेक्शन के आंकड़ों में महाराष्ट्र पहले पायदान पर है. इसके बाद उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु का नंबर आता है. अगर सालाना आधार पर परसेंट के लिहाज से ग्रोथ का आंकड़ा देखें तो इसमें मिजोरम सबसे आगे है.
महाराष्ट्र ने की सबसे ज्यादा कमाई
स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्ज से होने वाली कमाई में महाराष्ट्र की कमाई पहली छमाही में 18600 करोड़ रुपए रही. यह कुल कलेक्शन का 20 फीसदी हिस्सा है. इसके बाद उत्तर प्रदेश में 12394 करोड़ रुपए की आय दर्ज की गई. कुल कलेक्शन में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी 13 फीसदी की है. वहीं दक्षिण भारत में तमिलनाडु कलेक्शन के लिहाज से तीसरे पायदान पर है, जिसने पहली छमाही में 8662 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया.
सालाना ग्रोथ के लिहाज से पूर्वोत्तर राज्य आगे
सालाना आधार पर पूर्वोत्तर राज्य सबसे आगे हैं. इसमें मिजोरम की आय में 104 फीसदी जोरदार ग्रोथ दर्ज की गई. इसके बाद 82 फीसदी के साथ मेघालय दूसरे पायदान पर है. फिर सिक्किम, महाराष्ट्र और ओडिशा का नंबर आता है.
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रेजिडेंशियल रियल एस्टेट सेक्टर में जबरदस्त ग्रोथ
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इकोनॉमिस्ट निखिल गुप्ता ने कहा कि पिछले 18-24 महीनों में रेजिडेंशियल रियल एस्टेट सेक्टर ने जोरदार प्रदर्शन किया है. यह दूसरी छमाही में भी जारी रहने वाला है. पिछले 6 महीनों में स्टांप ड्यूटी में कटौती, कम ब्याज दरें के बल पर सेक्टर में पॉजिटिव ग्रोथ दर्ज किया जा रहा है. हालांकि, कैलेंजर ईयर 2023 में ग्लोबल मंदी के चलते रियल एस्टेट सेक्टर में कुछ धीमापन की आशंका है.