साल 2024 घरों की बिक्री और नए लॉन्च के नजरिए से 2023 के मुकाबले कमजोर रहा है, लेकिन देश के टॉप 7 शहरों में बिके कुल घरों की कीमत के आधार पर बढ़ोतरी अच्छी है. प्रॉपर्टी कंसल्टेंट एनारॉक (ANAROCK) के आंकड़ों के मुताबिक, NCR, MMR, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई और कोलकाता जैसे देश के टॉप शहरों में इस साल 4,59,650 घर बिके हैं, जो बीते साल यानि 2023 में बिके 4,76,530 घरों से 4 फीसदी कम हैं. इन शहरों में 2023 के मुकाबले 2024 में 16,880 घर कम बिके हैं. हालांकि, कुल बिक्री मूल्य में 16% का इजाफा हुआ है. 2024 में बिके घरों की कीमत करीब ₹5.68 लाख करोड़ है, जबकि 2023 में ये आंकड़ा ₹4.88 लाख करोड़ था.

किस शहर में कितने घर बिके?

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मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन (MMR) में इस साल (2024) सबसे अधिक 1,55,335 घरों की बिक्री हुई है जो 2023 के मुकाबले 1 फीसदी की मामूली वृद्धि है. पुणे 81,090 घरों की बिक्री के साथ दूसरा स्थान पर रहा है, हालांकि पुणे में 6% की कमी दर्ज की गई है. आई टी सिटी बेंगलुरु में 65,230 घर बिके हैं और ये शहर तीसरे नंबर पर रहा है. इसी तरह NCR में 61,900 हैदराबाद में 58,540 चेन्नई में 19,220 और कोलकाता में 18,335 घरों की बिक्री हुई है. MMR बेंगलुरु के अलावा हर टॉप शहर में घरों की बिक्री गिरी है। सबसे अधिक कोलकाता में 20 फीसदी और चेन्नई में 11 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है.

नए लॉन्च घरों में 7% की गिरावट

नए लॉन्च के लिहाज से भी 2024 थोड़ा कमजोर रहा है. टॉप 7 शहरों में इस साल कुल 4,12,520 नए घर लॉन्च किए गए, जो बीते साल के 4,45,770 घरों के मुकाबले 7% कम हैं. MMR और बेंगलुरु में सबसे अधिक नए लॉन्च देखने को मिले हैं. इन दोनों शहरों में कुल नई सप्लाई का लगभग 50 फीसदी हिस्सा है. इसके अलावा NCR में 53,000 नए घर लॉन्च हुए जो कि सालाना आधार पर 44 फीसदी अधिक हैं, चेन्नई में 20,940 नए घर लॉन्च हुए हैं जो सालाना आधार पर मामूली 4 फीसदी की बढ़ोतरी है. इसी तरह हैदराबाद में 58,335 पुणे में 60,540 और कोलकाता में 14,240 नए घर लॉन्च हुए हैं. हलांकि NCR, बेंगलुरु और चेन्नई को छोड़कर MMR, पुणे, हैदराबाद और कोलकाता में नए लॉन्च गिरे हैं.

लग्जरी, अल्ट्रा लग्जरी घरों की बंपर मांग

सेगमेंट के आधार पर नए लॉन्च घरों में लग्जरी और अल्ट्रा लग्जरी घरों का दबदबा देखा जा सकता है. देश के टॉप 7 शहरों में नए लॉन्च युनिट में ₹1.5 करोड़ से अधिक कीमत के घरों का हिस्सा 30 फीसदी है. लोअर मिड सेगमेंट यानि ₹40 से 80 लाख तक के घरों का हिस्सा 28 फीसदी है. मिड सेगमेंट यानि ₹80 लाख से 1.5 करोड़ तक के घरों की नई सप्लाई 26 फीसदी है तो वहीं सस्ते घरों की स्थिति लगातार कमजोर होती दिखी है. नई सप्लाई में सस्ते घरों का हिस्सा महज 16 फीसदी रहा है.

प्रॉपर्टी भाव 13 से 30% तक बढ़े

प्रॉपर्टी प्राइस के नजरिए से टॉप 7 शहरों में घरों की कीमतें सालाना आधार 13 से 30 फीसदी तक बढ़ी हैं. इनमें ओवरऑल सभी शहरों में 21 फीसदी की औसत बढ़ोतरी देखी गई है. शहरों के आधार पर देखें तो दिल्ली-NCR ने सबसे अधिक 30 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है. इसके बाद बेंगलुरु में 28 फीसदी और हैदराबाद में 27 फीसदी की सालाना बढ़ोतरी हुई है. MMR में 21 फीसदी, पुणे और चेन्नई में 14 फीसदी के साथ कोलकाता में सबसे कम 13 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। घरों के भाव में हुई बढ़ोतरी के कई कारण हैं मसलन ऊंची मांग, निर्माण लागत में तेजी.

2024 में हाउसिंग सेक्टर के लिए मिले जुले परिणाम

एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी के मुताबिक 2024 भारत के हाउसिंग सेक्टर के लिए मिले जुले परिणामों वाला साल रहा है.आम चुनावों और विधानसभा चुनावों के चलते प्रोजेक्ट मंजूरियों में काफी गिरावट आई, जिसका स्वाभाविक रूप से नए घरों की सप्लाई पर असर पड़ा. जबकि 2023 के मुकाबले बिक्री में मामूली गिरावट देखी गई, औसत कीमत में बढ़ोतरी और घरों के आकार में बढ़ोतरी की वजह से कुल बिक्री भाव में 16% की बढ़ोतरी से पूरी हो गई.