RBI MPC Meeting Reactions: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर रखने के फैसले से रियल एस्टेट कारोबारियों को राहत मिली है. एक सर्वसम्मत निर्णय में, एमपीसी ने गुरुवार को रेपो दर (वह दर जिस पर आरबीआई बैंकों को उधार देता है) कोई बदलाव नहीं करने का निर्णय लिया है. स्टलिर्ंग डेवलपर्स के अध्यक्ष और एमडी, रमानी शास्त्री ने कहा कि दरों को बनाए रखने के आरबीआई के फैसले का स्वागत है. इससे खरीदारों का विश्वास बढ़ेगा, खासकर बार-बार बढ़ोतरी के बाद उनकी अधिग्रहण लागत पहले ही बढ़ चुकी थी. ऐसे में रियल एस्टेट सेक्टर को फायदा मिलते दिखाई दे रहा है. 

होम लोन की ब्याज दरें 9.5%

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हाल के दिनों में रेपो दरों में वृद्धि के कारण होम लोन की ब्याज दरें पहले से ही 9.5 प्रतिशत और उससे अधिक के खतरनाक उच्च स्तर पर हैं. एक और बढ़ोतरी आवास ऋण की ब्याज दरों को दोहरे अंकों में ले जाती. होम लोन की ब्याज दरों पर एक और वृद्धि के प्रभाव पर उद्योग के कई कारोबारियों ने अपने विचार व्यक्त किए थे. 

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GDP और महंगाई पर आरबीआई का रुख

RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 24 में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स 5.3 फीसदी से घटकर 5.2 फीसदी हो सकती है. वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में CPI बेस्ड महंगाई 5 फीसदी से बढ़कर 5.1 फीसदी हो सकती है. इसके अलावा दूसरी तिमाही में CPI 5.4% हो सकती है और FY24 की चौथी तिमाही में CPI 5.6% से घटाकर 5.2%  हो सकती है. बता दें कि वैश्विक बाजार में वित्तीय स्थिरता अभी भी चुनौती बनी हुई है. वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने जीडीपी ग्रोथ को 6.5 फीसदी रहने की संभावना जताई है. इसके अलावा FY24 की पहली तिमाही में रियल GDP ग्रोथ 7.8% हो सकती है और FY24 की तीसरी तिमाही में रियल GDP ग्रोथ 5.9% हो सकती है.