RBI Monetary Policy: रिजर्व बैंक ने रेपो रेट (Repo Rate) में कोई बदलाव नहीं किया है. ये लगातार दूसरी बार है, जब ब्याज दरों को स्थिर रखा गया है. फिलहाल, रेपो रेट 6.50% पर बरकरार है. पिछले साल से रियल एस्टेट सेक्टर में आई तेजी को एक बार फिर पंख मिले हैं. रेपो रेट नहीं बढ़ना सेक्टर के लिए अच्छी खबर है. आरबीआई (RBI Monetary Policy) के इस कदम से आम आदमी से लेकर रियल एस्टेट के कारोबारियों को सुकून मिला है.

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बता दें, साल की पहली तिमाही में भी रियल एस्टेट को अच्छी खबर मिली थी. आरबीआई ने पिछ्ले साल रेपो रेट में कुल छह बार बढ़ोतरी की थी. लेकिन, खरीदारों के सकारात्मक रुख के चलते डेवलपर्स रेपो रेट में छह बार हुई बढ़त को भी झेल रहे थे. हालांकि, फिर से रेपो रेट बढ़ाए जाने की आशंकाओं से रियल एस्टेट सेक्टर में थोड़ी कमजोरी देखने को मिली थी. डेवलपर्स के संगठन क्रेडाई ने अप्रैल में आरबीआई से मुलाकात कर रेपो रेट नहीं बढ़ाए जाने की मांग की थी.

खुशी से झूम उठा है रियल एस्टेट सेक्टर

क्रेडाई का कहना था कि रेपो रेट बढ़ने से मंदी से अभी रियल एस्टेट पर फिर से संकट के बादल छा जाएंगे और विकास की गति का पहिया धीमा पड़ सकता है. इसके चलते आरबीआई ने अप्रैल में भी रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर स्थिर रखा था. वहीं, लगातार दूसरी बार रेपो रेट स्थिर रखने रियल एस्टेट सेक्टर खुशी से झूम उठा है. क्रेडाई समेत तमाम कारोबारियों ने RBI के इस कदम का स्वागत किया है. निवेशकों के लिए भी यह काफी राहत भरी खबर है. इससे बाजार को मजबूती मिलेगी. लोगों की EMI में कोई खास बदलाव होने की आशंका नहीं है.

होम लोन पर ज्यादा ब्याज से मिलेगी राहत

क्रेडाई के वेस्ट यूपी प्रेसिडेंट और काउंटी ग्रुप के डायरेक्टर अमित मोदी का कहना है कि हम रेपो दरों को स्थिर रखने के RBI के फैसले की सराहना करते हैं. इससे रियल एस्टेट सेक्टर को थोड़ा बूम मिलेगा. साथ ही मध्यम-आय वर्ग के लोगों को होम लोन पर ज्यादा ब्याज चुकाने की चिंता से भी राहत मिलेगी. इससे सेक्टर में ज्यादा निवेश आने की उम्मीद है. रेपो रेट स्थिर रहने पर खरीदार योजनाओं में निवेश करने के लिए आगे आ सकते हैं.

प्रॉपर्टी में निवेश का मिलेगा ऑप्शन

महागुन ग्रुप के निदेशक अमित जैन का कहना है कि पिछले कुछ समय में ब्याज दरों में काफी वृद्धि हुई है. लगातार दूसरी बार ब्याज दरों को स्थिर रखना आरबीआई की तरफ से काफी साहसी निर्णय है. ये निवेशकों और उन लोगों के लिए अच्छी खबर है, जो घर खरीदना चाहते हैं या फिर प्रॉपर्टी में निवेश के ऑप्शन तलाश रहे हैं.

हाउसिंग डिमांड में आएगी तेजी

मिग्सन समूह के एमडी यश मिगलानी का कहना है कि आरबीआई ने पिछले तिमाही की भांति इस तिमाही में भी रेपो रेट 6.50 प्रतिशत पर स्थिर रखा है. यह स्वागत योग्य कदम है. इस फैसले से सेक्टर को अच्छा फायदा हो सकता है. नौकरी के बाजार में वृद्धि, निर्यात में उछाल और खर्च की समग्र स्वस्थ दरों से भारतीय अर्थव्यवस्था स्वस्थ दिख रही है. इससे होम लोन की दरों को स्थिर रहने में मदद मिलेगी और हाउसिंग डिमांड में तेजी आएगी.

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