इन शहरों में घर लेना हुआ सबसे महंगा, टॉप 5 में शामिल हैं भारत के ये 2 शहर
Buy Houses: नाइट फ्रैंक ने अपनी रिपोर्ट ‘प्राइम ग्लोबल सिटीज इंडेक्स में कहा कि इस साल जनवरी-मार्च के दौरान घर की कीमतों में बढ़ोतरी के मामले में ग्लोबल लेवल पर शीर्ष 44 शहरों में मुंबई तीसरे और दिल्ली पांचवें स्थान पर है. मनीला घरों की कीमतों के मामले में 26.2 प्रतिशत की एनुअल ग्रोथ के साथ पहले स्थान पर है, जबकि टोक्यो 12.5 प्रतिशत की एनुअल ग्रोथ के साथ दूसरे स्थान पर है.
Buy Houses: इस साल जनवरी-मार्च के दौरान घर की कीमतों में बढ़ोतरी के मामले में ग्लोबल लेवल पर शीर्ष 44 शहरों में मुंबई तीसरे और दिल्ली पांचवें स्थान पर है. रियल एस्टेट एडवाइजरी कंपनी नाइट फ्रैंक की एक रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई है. नाइट फ्रैंक की पिछले साल सामान अवधि की रिपोर्ट में मुंबई छठे और दिल्ली 17वें स्थान पर थी. मनीला घरों की कीमतों के मामले में 26.2 प्रतिशत की एनुअल ग्रोथ के साथ पहले स्थान पर है, जबकि टोक्यो 12.5 प्रतिशत की एनुअल ग्रोथ के साथ दूसरे स्थान पर है.
नाइट फ्रैंक ने अपनी रिपोर्ट में क्या कहा?
नाइट फ्रैंक ने अपनी रिपोर्ट ‘प्राइम ग्लोबल सिटीज इंडेक्स क्यू1, 2024’ में कहा कि, मुंबई में मार्च तिमाही में मेजर रेजिडेंशियल सेक्शंस की कीमतों में 11.5 प्रतिशत की एनुअल ग्रोथ हुई है. इस सूची में दिल्ली पिछले साल 17वें स्थान पर थी. इस साल जनवरी-मार्च तिमाही दिल्ली पांचवें स्थान पर है. हालांकि, बेंगलुरु की रैंकिंग में 2024 की पहली तिमाही में गिरावट रही और ये 17वें स्थान पर रहा.
कैसे काम करता है PGCI?
पिछले साल समान अवधि में बेंगलुरु 16वें स्थान पर था. जनवरी-मार्च में बेंगलुरु में घरों की कीमतों में 4.8 प्रतिशत की ग्रोथ रिकॉर्ड की गई. नाइट फ्रैंक ने कहा कि, प्राइम ग्लोबल सिटीज इंडेक्स (PGCI) एक इवैल्यूएशन बेस्ड इंडेक्स है, जो अपने ग्लोबल रिसर्च नेटवर्क से आंकड़ों का उपयोग करके, दुनियाभर के 44 शहरों में मेजर रेजिडेंशियल प्राइस की चाल पर नजर रखता है.
ग्लोबल सिटीज इंडेक्स पर मुंबई और नयी दिल्ली
नाइट फ्रैंक के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर शिशिर बैजल ने कहा कि, रेजिडेंशियल प्रॉपर्टीज के लिए मजबूत मांग का रुझान ग्लोबल इंसिडेंट रही है. उन्होंने कहा कि, इन सेक्टर्स में अपने समकक्षों की तरह, प्राइम ग्लोबल सिटीज इंडेक्स पर मुंबई और नयी दिल्ली की बेहतर रैंकिंग सेल्स ग्रोथ वॉल्यूम में मजबूती से रेखांकित की गई थी. हमें उम्मीद है कि, अगली कुछ तिमाहियों में बिक्री की गति स्थिर रहेगी, क्योंकि आर्थिक स्थितियां मोटे तौर पर स्थिर रह सकती हैं.