रियल एस्टेट की बड़ी कंपनी गोदरेज प्रॉपर्टीज (Godrej Properties) आगामी मार्च तिमाही में दिल्ली के अशोक विहार इलाके में एक लक्जरी (महंगे घर) हाउसिंग प्रोजेक्ट लेकर आएगी जिससे उसे 8,000 करोड़ रुपये का बिक्री राजस्व मिलने की उम्मीद है. कंपनी ने लक्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट डेवलप करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में फरवरी, 2020 में करीब 27 एकड़ भूमि 1,359 करोड़ रुपये में खरीदी थी. यह जमीन रेल भूमि विकास प्राधिकरण की थी.

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गोदरेज प्रॉपर्टीज के कार्यकारी चेयरमैन पिरोजशा गोदरेज ने कहा कि अशोक विहार में अपनी आगामी परियोजना का काम शुरू करने और बिक्री के लिए उसे अंतिम मंजूरी मिलना अभी बाकी है. उन्होंने कहा, ‘‘मंजूरी को लेकर अच्छी प्रगति हो रही है. हमें उम्मीद है कि चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में परियोजना शुरू हो जाएगी.’’ पिरोजशा ने कहा कि यह परियोजना कुल 40 लाख वर्गफुट क्षेत्र में विकसित की जाएगी और इससे 8,000 करोड़ रुपये का बिक्री राजस्व मिलने की उम्मीद है.

इससे पहले मई में गोदरेज प्रॉपर्टीज ने मध्य दिल्ली के कनॉट प्लेस के निकट ‘गोदरेज कनॉट वन’ नाम की छोटी लक्जरी परियोजना शुरू की थी. इससे पहले दक्षिण दिल्ली के ओखला में एक परियोजना शुरू की थी. बीते वित्त वर्ष में 7,861 करोड़ रुपये की कंपनी की कुल बिक्री बुकिंग में दिल्ली-एनसीआर के बाजार का योगदान करीब 40 प्रतिशत है. गोदरेज प्रॉपर्टीज ने 2022-23 के लिए 10,000 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग का लक्ष्य रखा है जिसमें दिल्ली-एनसीआर की बड़ी हिस्सेदारी होगी.

पुणे में भी खरीदी है कई एकड़ जमीन

गोदरेज प्रॉपर्टीज ने एक आवासीय परियोजना विकसित करने के लिए पुणे में 12 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया है. अनुमानित बिक्री राजस्व क्षमता लगभग 2,000 करोड़ रुपये है. 

कंपनी का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में समेकित शुद्ध लाभ 54 फीसदी बढ़कर 54.96 करोड़ रुपये रहा है. एक वर्ष पहले समान तिमाही में उसे 35.73 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था. कंपनी ने एक्सचेंजज़ को बताया था कि सितंबर तिमाही में उसकी कुल आय भी बढ़कर 369.20 करोड़ रुपये हो गई है जो पिछले वर्ष समान अवधि में 334.22 करोड़ रुपये थी.

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