ग्रेटर नोएडा- ग्रेटर नोएडा का नाम आते ही एक ऐसी तस्वीर उभरती है, जहां आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, चौड़ी सड़कें और बेहतरीन कनेक्टिविटी का मेल देखने को मिलता है. अब यह शहर एक और बड़े बदलाव की ओर बढ़ रहा है. ग्रेटर नोएडा फेज 2, 40 गांवों की जमीन पर फैले इस नए प्रोजेक्ट से न केवल इस इलाके का विकास होगा, बल्कि यह दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट सेक्टर को भी एक नई दिशा देगा.

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ग्रेटर नोएडा फेस-2 मास्टर प्लान को मिली मंजूरी, क्षेत्र के 144 गांवों में होगा विकास. उत्तर प्रदेश सरकार के चीफ टाउन एंड कंट्री प्लानर ने ग्रेटर नोएडा फेस-2 के मास्टर प्लान को मंजूरी दे दी है. इस योजना के तहत 55,970 हेक्टेयर भूमि पर ग्रेटर नोएडा फेस-2 विकसित किया जाएगा, जिसका विस्तार गौतमबुद्ध नगर से लेकर बुलंदशहर के गुलावठी तक होगा. मास्टर प्लान में गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, हापुड़ और धौलाना के 144 गांवों को शामिल किया गया है.

मास्टर प्लान की प्रमुख विशेषताएं

• आवासीय योजनाएं: कुल भूमि का 17.40% हिस्सा आवासीय योजनाओं के लिए आरक्षित किया गया है, जहां नए आवासीय प्रोजेक्ट्स विकसित किए जाएंगे.

• व्यापार और शॉपिंग हब: 4.8% जमीन को व्यापारिक हब और शॉपिंग सेंटर के लिए रखा गया है.

•औद्योगिक विकास: सबसे अधिक 25.4% भूमि औद्योगिक परियोजनाओं के लिए आरक्षित की गई है, जिससे औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा.

• शैक्षणिक संस्थान: 10.4% जमीन पर विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज जैसे प्रमुख शैक्षणिक संस्थान स्थापित होंगे.

•परिवहन नेटवर्क: 13.2% भूमि परिवहन सुविधाओं के लिए आरक्षित की गई है, जिसमें मेट्रो और हाई-स्पीड ट्रेन जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं.

•पर्यावरण संरक्षण: 22.5% भूमि हरित क्षेत्र के लिए आरक्षित की गई है, ताकि पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता दी जा सके.

सीईओ का बयान

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रवि कुमार एनजी ने कहा कि मास्टर प्लान को ग्राम बोर्ड की बैठक में पास करने के बाद अब यूपी के चीफ टाउन प्लानर की मंजूरी मिल चुकी है. अब इसे अंतिम मंजूरी के लिए उत्तर प्रदेश कैबिनेट और दिल्ली-एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के पास भेजा जाएगा. मास्टर प्लान के लागू होने से ग्रेटर नोएडा फेस-2 में औद्योगिक और अन्य विकास परियोजनाओं को गति मिलेगी, जिससे क्षेत्र का समग्र विकास सुनिश्चित होगा. 

सीईओ रवि कुमार एनजी जैसे-जैसे शहर का विस्तार हो रहा है, वैसे-वैसे यहां रियल एस्टेट की मांग भी तेजी से बढ़ रही है.नई सुविधाएं, बेहतर कनेक्टिविटी और स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण निवेशकों के लिए यह क्षेत्र स्वर्णिम अवसर साबित हो सकता है. इस योजना के तहत ग्रेटर नोएडा फेज 2 में विकसित होने वाली सुविधाएं, इसे दिल्ली-एनसीआर में सबसे आकर्षक निवेश स्थलों में से एक बना देंगी.

मेट्रो का विस्तार कनेक्टिविटी को बनाएगा मजबूत, रियल एस्टेट सेक्टर में दिखेगा बड़ा बदलाव

क्रेडाई एनसीआर के अध्यक्ष मनोज गौड़ का कहना है कि गाजियाबाद में मेट्रो का यह विस्तार शहर की कनेक्टिविटी को और मजबूत बनाएगा. इसके चलते दिल्ली और एनसीआर में काम करने वाले लोग यहां आसानी से आने-जाने का विकल्प चुन सकेंगे. बेहतर कनेक्टिविटी के चलते गाजियाबाद में रियल एस्टेट निवेश के अवसर और बढ़ेंगे, जिससे खरीदारों और निवेशकों के लिए यह क्षेत्र और भी आकर्षक बन जाएगा. मेट्रो के इस नए विस्तार से गाज़ियाबाद के रियल एस्टेट क्षेत्र में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. यह कदम न केवल प्रॉपर्टी की कीमतों में स्थिरता लाएगा, बल्कि उन क्षेत्रों में प्रॉपर्टी की मांग में भी वृद्धि करेगा, जहां पहले ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा कम थी. मेट्रो के साथ बेहतर कनेक्टिविटी के चलते परियोजनाओं को नया जीवन मिलेगा और निवेशक भी तेजी से इन क्षेत्रों में रुझान दिखाएंगे.

रेजिडेंशियल और कमर्शियल दोनों सेक्टर में आएंगे पॉजीटिव बदलाव

ट्राईसोल रेड के एमडी पवन शर्मा का कहना है कि मेट्रो विस्तार से गाजियाबाद के रियल एस्टेट सेक्टर को एक नई पहचान मिलेगी. इससे रेजिडेंशियल और कमर्शियल दोनों सेक्टर में सकारात्मक बदलाव आएंगे. खासकर उन इलाकों में जहां मेट्रो अब तक नहीं पहुंची थी, वहां प्रॉपर्टी की मांग में तेजी आएगी और निवेशकों के लिए यह क्षेत्र और भी आकर्षक हो जाएगा.

अमित मोदी, डायरेक्टर, काउंटी ग्रुप का कहना है कि ग्रेटर नोएडा फेज 2 के विस्तार से इस क्षेत्र के रियल एस्टेट मार्केट में एक नई उछाल आएगी. बेहतर कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण निवेशकों के लिए यहां प्रॉपर्टी खरीदने का यह सही समय होगा.

दिल्ली एनसीआर बनेगा निवेश का सबसे आकर्षक डेस्टिनेशन

एसकेए ग्रुप के डायरेक्‍टर संजय शर्मा का कहना है कि ग्रेटर नोएडा फेज 2 का विस्तार इस क्षेत्र को दिल्ली-एनसीआर के सबसे आकर्षक निवेश डेस्टिनेशन में बदल देगा. स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर और ग्रीन जोन की सुविधाएं यहां निवेशकों को आकर्षित करेंगी. यमुना एक्‍सप्रेस वे और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्‍सप्रेस वे पहले ही निवेशकों और घर खरीदारों को आकर्षित कर रहे हैं। आने वाला समय रियल एस्‍टेट सेक्‍टर के लिए और बेहतर होगा.

प्रॉपर्टी की मांग में आएगी तेजी

मिग्‍सन ग्रुप के एमडी यश मिगलानी का कहना है कि इस विकास से यहां के रियल एस्टेट मार्केट में न केवल रेसिडेंशियल बल्कि कमर्शियल प्रॉपर्टी में भी नए अवसर पैदा होंगे. आने वाले समय में यह क्षेत्र दिल्ली के आसपास का एक महत्वपूर्ण आवासीय और कमर्शियल दोनों प्रकार के निवेश केंद्र बनेगा.

ट्राईसोल रेड के एमडी पवन शर्मा का कहना है कि मेट्रो विस्तार से गाजियाबाद के रियल एस्टेट सेक्टर को एक नई पहचान मिलेगी. इससे रेजिडेंशियल और कमर्शियल दोनों सेक्टर में सकारात्मक बदलाव आएंगे. खासकर उन इलाकों में जहां मेट्रो अब तक नहीं पहुंची थी, वहां प्रॉपर्टी की मांग में तेजी आएगी और निवेशकों के लिए यह क्षेत्र और भी आकर्षक हो जाएगा.