होम लोन महंगा होने के बावजूद घरों की डिमांड बरकरार, मार्च तक 11 हजार फ्लैट डिलीवर करेगा मैक्रोटेक डेवलपर्स
रियल एस्टेट कंपनी मैक्रोटेक डेवलपर्स लिमिटेड (Macrotech Developers Ltd) ने सभी प्रोजेक्ट्स में निर्माण कार्य तेज होने और मांग अच्छी रहने से चालू वित्त वर्ष में मार्च तक करीब 11,000 फ्लैट की डिलीवरी की उम्मीद जताई है.
रियल एस्टेट कंपनी मैक्रोटेक डेवलपर्स लिमिटेड (Macrotech Developers Ltd) ने सभी प्रोजेक्ट्स में निर्माण कार्य तेज होने और मांग अच्छी रहने से चालू वित्त वर्ष में मार्च तक करीब 11,000 फ्लैट की डिलीवरी की उम्मीद जताई है. कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ अभिषेक लोढ़ा (Abhishek Lodha) ने न्यूज एजेंसी के साथ बातचीत करते हुए कहा कि पिछले वित्त वर्ष में की गई 7,000 फ्लैट की डिलीवरी की तुलना में वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को करीब 11,000 फ्लैट की डिलीवरी करने की उम्मीद है. लोढ़ा ब्रांड के तहत संपत्तियों की बिक्री करने वाली कंपनी के सीईओ अभिषेक लोढ़ा ने कहा, ‘होम लोन पर ब्याज दरें बढ़ने के बावजूद हमें फ्लैटों की बिक्री में तेजी कायम रहने की उम्मीद है. हाउसिंग मार्केट में सेंटीमेंट मजबूत होने से हमें घरों की बिक्री बढ़ने की उम्मीद है.’
साल 2021-22 की तुलना में इस साल बड़ी बढ़ोतरी
अभिषेक लोढ़ा ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत करते हुए कहा कि कंपनी तिमाही में करीब 3,000 फ्लैट की बिक्री कर रही है और मार्च तिमाही में भी ये सिलसिला कायम रहने की संभावना है. उन्होंने कहा, ‘इस वित्त वर्ष में हम 10,000 से लेकर 11,000 फ्लैट की डिलीवरी करेंगे. ये महामारी से प्रभावित रहे वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में बड़ी बढ़ोतरी है.’
मैक्रोटेक डेवलपर्स लिमिटेड के एमडी और सीईओ अभिषेक लोढ़ा ने कहा कि इस वित्त वर्ष में घरों की बिक्री बुकिंग और कैश प्लो अच्छा रहने से दिसंबर तिमाही में कर्ज में 753 करोड़ रुपये की कमी दर्ज की गई. मार्च तिमाही में इसमें करीब 1,000 करोड़ रुपये की कमी और होने की उम्मीद है.
कर्ज का बोझ घटकर 5000 करोड़ होने की उम्मीद
अभिषेक लोढ़ा ने कहा कि मैक्रोटेक डेवलपर्स लिमिटेड हर तिमाही में अपने कर्ज बोझ में 500-800 करोड़ रुपये की कटौती करने का लक्ष्य लेकर चल रही है. उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि साल 2023 का अंत होने तक हमारा कर्ज बोझ घटकर करीब 5,000 करोड़ रुपये रह जाएगा. ये दिसंबर तिमाही के अंत में करीब 8,000 करोड़ रुपये था.’
पीटीआई इनपुट्स के साथ