Vande Bharat सहित भारतीय रेलवे की अन्य दूसरी ट्रेनों के लिए ब्रेकिंग सिस्टम बनाने वाली कंपनी Wabtec Corporation ने भारत के रोहतक में अपने नए मैन्यूफैक्चरिंग कैंपस का उद्घाटन किया है. इस नए प्लांट के जरिए 18 मिलियन डॉलर (150 करोड़ रुपये) के निवेश की तैयारी में है और शुरुआत में ट्रांजिट रेल कंपोनेंट और सब-सिस्टम का निर्माण किया जाएगा. हालांकि आगे आने वाले साल में इस प्लांट से Wabtec दूसरी प्रोडक्ट लाइन का भी निर्माण किया जाएगा.

भारत एक बड़ा बाजार

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Wabtec के ट्रांजिट बिजनेस प्रेसीडेंट Pascal Schweitzer ने कहा, "Wabtec के लिए भारत एक महत्वपूर्ण ग्रोथ मार्केट है, खासकर ट्रांजिट बिजनेस के लिए. रोहतक की ये नई साइट भारतीय और ग्लोबल दोनों कस्टमर्स के लिए हमारे विविध उत्पाद प्रस्तावों के माध्यम से उन्नत मूल्य प्रदान करने की वैबटेक की क्षमता में और सुधार करेगी."

रोहतक प्लांट में क्या होगा निर्माण?

Wabtec ने एक प्रेस नोट में कहा, 10,000 वर्ग मीटर में फैला यह फैक्ट्री एक्सल माउंटेड डिस्क ब्रेक सिस्टम, डिस्ट्रीब्यूटर वाल्व, ब्रेक कैलीपर्स और एक्चुएटर्स के साथ-साथ भारतीय रेलवे और मेट्रो के लिए मालवाहक कारों, मेट्रो कोच और लोकोमोटिव के लिए फ्रिक्शन मैटेरियल का प्रोडक्शन शुरू कर देगी. इस कैंपस में आने वाले महीनों और वर्षों में कई उत्पादों की मेजबानी करने की उम्मीद है जो रेल, माइनिंग और इंडस्ट्रियल सेगमेंट की सेवा करते हैं, जो भारतीय बाजार और "मेक इन इंडिया" पहल के लिए वैबटेक की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है.

10 मिलियल डॉलर का अतिरिक्त निवेश

Wabtec में सीनियर वाइस प्रेसीडेंट सुजाता नारायण ने कहा, "हम अगले कुछ वर्षों में अतिरिक्त 10 मिलियन डॉलर (80 करोड़ रुपये) निवेश करने की योजना बना रहे हैं, जो कि इस साइट को विकसित करने में मदद करेगी. हम वर्तमान में 300 लोगों को रोजगार देते हैं और जैसे-जैसे व्यवसाय बढ़ता है, हम विविधतापूर्ण नियुक्तियों पर विशेष ध्यान देते हुए अन्य 200 कर्मचारियों को जोड़ने का इरादा रखते हैं."

Wabtec भारत में सबसे बड़े रेल उपकरण निर्माताओं में से एक है, जिसने भारतीय रेलवे को 600 से अधिक लोकोमोटिव की आपूर्ति की है और 18,000 से अधिक एलएचबी (लिंके हॉफमैन बुश) कोच और लोकोमोटिव में उपप्रणाली का एक स्थापित आधार है. कंपनी वर्तमान में भारत में 3,000 लोगों को रोजगार देती है.