Train Accident: राजस्थान के अलवर यार्ड में एक मालगाड़ी के तीन डिब्बे शनिवार देर रात पटरी से उतर गए. रेलवे के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उत्तर-पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि यह घटना यार्ड में हुई, लेकिन इससे दिल्ली-अलवर मार्ग पर ट्रेन परिचालन अप्रभावित रहा. अधिकारियों के मुताबिक, यह घटना देर रात ढाई बजे हुई. 

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उन्होंने कहा कि अलवर-मथुरा मार्ग प्रभावित हुआ लेकिन उस दौरान कोई यात्री ट्रेन या मालगाड़ी नहीं होने से रेल परिचालन पर कोई असर नहीं पड़ा. अधिकारियों ने बताया कि सुबह नौ बजे तक ट्रैक साफ कर लिया गया और कुछ देर में बाड़मेर और मथुरा के बीच पहली यात्री ट्रेन यहां से गुजरी. 

अमरोहा में मालगाड़ी के 6 डिब्बे पटरी से उतरे

उत्तर प्रदेश के अमरोहा में शनिवार को मालगाड़ी के 6 डिब्बे पटरी से उतर गए. इसके बाद दिल्ली को लखनऊ से जोड़ने वाली रेलवे लाइन के दोनों ट्रैक बंद हो गए, और रेलवे यातायात प्रभावित हुआ. इस घटना में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है. इस घटना पर अमरोहा के जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह चहल ने बात की है.

जानहानि की कोई सूचना नहीं

सुरेंद्र सिंह ने बताया कि इस मालगाड़ी में कंटेनर थे और शनिवार शाम लगभग 7 बजकर 10 मिनट पर यह दुर्घटना हुई. इस दौरान मालगाड़ी के बीच से 5-6 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं, और कुछ डिब्बे पलट गए हैं. ड्राइवर की तरफ के अगले चार डिब्बे सुरक्षित लाइन पर नहीं है. पूरा पुलिस प्रशासन यहां मौजूद है, रेलवे वाले भी आ रहे हैं. इस घटना के पीछे का कोई कारण अभी नहीं नजर आ रहा है. किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है.

उन्होंने कहा कि लाइन के ऊपर डिब्बे बिखरे हुए हैं, लाइन दिखाई नहीं दे रही है. डिब्बों का उतरना जांच का विषय है, फिलहाल यहां के ट्रैक बाधित हैं. जानकारी के मुताबिक ट्रेनों की आवाजाही को सुनिश्चित करने के लिए वैकल्पिक मार्ग खोला गया है.

गोंडा में हुआ बड़ा रेल हादसा

इससे पहले उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में गुरुवार को ऐसी ही घटना हुई थी. चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर जाने के कारण बड़ा हादसा हुआ था. चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही एक ट्रेन के कुछ डिब्बों के पटरी से उतर जाने से चार लोगों की मौत हो गई थी.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेकर स्थानीय प्रशासन को प्रभावित यात्रियों की हर संभव मदद का निर्देश दिया था. उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि घायलों को सही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो. राजधानी लखनऊ से करीब 150 किलोमीटर दूर दुर्घटनास्थल पर दुर्घटना के तुरंत बाद आसपास के ग्रामीणों ने पलटे एसी कोच के शीशे तोड़कर अंदर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला था. कुछ ही देर में एसडीआरएफ, पुलिस व आरपीएफ के जवानों ने भी मोर्चा संभाल लिया था.