लोको पायलट की सूझबूझ से रेल हादसे की साजिश नाकाम, ट्रैक पर रखा था लोहे का खंभा, इमरजेंसी ब्रेक लगाकर बचाई जान
उत्तर प्रदेश के रामपुर में बलवंत एन्क्लेव कॉलोनी के पास अराजक तत्वों ने रेल की पटरी पर टेलीफोन तार लगाने में इस्तेमाल होने वाला एक पुराना खंभा रख दिया.
उत्तर प्रदेश के रामपुर में बलवंत एन्क्लेव कॉलोनी के पास अराजक तत्वों ने रेल की पटरी पर टेलीफोन तार लगाने में इस्तेमाल होने वाला एक पुराना खंभा रख दिया. ट्रेन चालक के आपातकालीन ब्रेक लगाने से हादसा टल गया. रेलवे सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि यह घटना रामपुर से लगभग 43 किलोमीटर दूर बिलासपुर-रुद्रपुर सिटी स्टेशन लाइन पर हुई. गौरतलब है कि फर्रुखाबाद में 24 अगस्त को इसी तरह की एक घटना में कासगंज-फर्रुखाबाद रेलवे ट्रैक पर हादसा टला था.
ड्राइवर ने लगाया इमरजेंसी ब्रेक, अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा
ट्रेन ड्राइवर के अनुसार ट्रेन संख्या 12091 देहरादून एक्सप्रेस के ‘लोको पायलट (चालक)’ ने पटरी पर एक खंभा पड़ा देखा और मुस्तैदी दिखाते हुए आपातकालीन ब्रेक लगा दी, फलस्वरूप ट्रेन रूक गयी. इसके बाद चालक ने रेल अधिकारियों को घटना के बारे में सूचित किया. रूद्रपुर सिटी सेक्शन के रेलवे इंजीनियर राजेंद्र कुमार की शिकायत पर रामपुर के राजकीय रेलवे पुलिस थाने में एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
कासगंज-फर्रुखाबाद रेल पटरी पर रखी थी मोटी लकड़ी
मुकदमे में कहा गया है,'खंभे को देखते ही लोको पायलट ने आपातकालीन ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी और खंभे को हटाने के बाद ट्रेन को आगे बढ़ाया गया. खंभे के कारण ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका थी.' राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी), रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और पुलिस चौकी के कर्मी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की. फर्रुखाबाद में 24 अगस्त को इसी तरह की एक घटना में कासगंज-फर्रुखाबाद रेलवे ट्रैक पर भटासा रेलवे स्टेशन के पास रेल पटरी पर मोटी लकड़ी रख दिया गया था. उससे टकराने की वजह से एक पैसेंजर ट्रेन को रोका गया था.
तीन महीने में हो चुकी हैं 24 घटनाएं
रेलवे ने पिछले करीब 3 महीने में ऐसी 24 घटनाओं की लिस्ट जारी की है, जिसमें जानबूझकर ट्रेन दुर्घटनाओं की कोशिश की गई है. रेलवे ने जो सूची जारी की है, उसमें 5 अप्रैल, 2023 से लेकर 9 सितंबर 2024 तक ऐसी 24 घटनाओं के बारे में बताए गया है, जब कुछ अराजक तत्वों ने ट्रेन हादसों की कोशिश की गई है. इसमें रेलवे ट्रैक पर पत्थर, लकड़ी, गैस सिलेंडर जैसी वस्तुओं को रखने, सिग्नल खराब करने और ट्रेन पर पथराव जैसी घटनाएं भी शामिल हैं.