रेलवे ने देश की सबसे आधुनिक व देश की पहली सेमी हाई स्पीड रेलगाड़ी Train 18 पर पत्थरबाजी की घटना सामने आई है. इसका पता तब चला जब ट्रेन शकूरबस्ती से चलकर नई दिल्ली स्टेशन पहुंची. ट्रेन के पहुंचने पर एस्कॉर्ट पार्टी ने सूचना दी कि आगे से दूसरे कोच के एक विंडो की कांच पत्थर लगने से टूटी पड़ी है. यह घटना दिल्ली लाहोरी गेट के पास की है. ट्रेन में मौजूद एक रेलवे कर्मचारी ने कोच नंबर 188320 की खिड़की के शीशे के टूटे होने की जानकारी दी.

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पत्थर फेंकने वाले का सुराग नहीं

सूचना मिलने के बाद आरपीएफ और रेल कर्मचारियों ने पत्थर फेंकने वाले की छानबीन की लेकिन अबतक उसका कोई सुराग नहीं मिल सका है. ट्रेन 23:03 बजे चली थी और नई दिल्ली स्टेशन 23:50 बजे पहुंची थी. इस आधुनिक ट्रेन पर पत्थरबाजी की यह दूसरी घटना है. इससे पहले ट्रायल के दौरान भी पत्थर मारकर खिड़की का शीशा तोड़ दिया गया था.

नई दिल्ली से वाराणसी के बीच हो रहा ट्रायल

रेलवे ने देश की सबसे आधुनिक व देश की पहली सेमी हाई स्पीड रेलगाड़ी Train 18 को चलाने को ले कर तैयारियां पूरी कर ली हैं. इस गाड़ी की सेवा को आम लोगों के लिए शुरू करने के पहले Train 18 का नई दिल्ली से वाराणसी के बीच 02 फरवरी को टाइम ट्रायल किया जा रहा है . इस ट्रायल के दौरान रेलगाड़ी को निर्धारित समय में नई दिल्ली से वाराणसी पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा. इस गाड़ी को 08.35 घंटे में नई दिल्ली से वाराणसी पहुंचाया जाएगा. रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार इस रेलगाड़ी को 07 से 10 फरवरी के बीच किसी भी दिन नई दिल्ली से वाराणसी के लिए रवाना कर आम लोगों के लिए सेवा को शुरू कर दिया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस गाड़ी को नई दिल्ली से वाराणसी के लिए रवाना करेंगे. ऐसे में प्रधानमंत्री का समय मिलने पर इस गाड़ी को चलाने की तारीख घोषित होगी.

समय से पहले पहुंची Train 18

Train 18 अपने टाइम ट्रायल में पूरे नम्बरों से पास हो गई यह गाड़ी 02 फरवरी को सुबह अपने निर्धारित समय 06 बजे नई दिल्ली से रवाना हुई. वहीं यह ट्रेन अपने निर्धारित समय 10.18 बजे से लगभग 15 मिनट पहले 10.03 बजे कानपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई. यहां से रवाना होने के बाद यह गाड़ी इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर अपने निर्धारित समय 12.25 से लगभग 12 मिनट पहले पहुंच गई. इस रेलगाड़ी को 2.35 बजे वाराणसी रेलवे स्टेशन पहुंचना है. वहां से यह गाड़ी वापसी में 3.00 बजे चलेगी और इसे रात 11.35 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंचना है.

ये होगा Train 18  का किराया

Train 18 में यात्रा करने के लिए रेल यात्रियों को अधिक पैसे खर्च करने होंगे. इस गाड़ी को शताब्दी रेलगाड़ियों की जगह पर चलाया जाना है. लेकिन इस गाड़ी का किराया शताब्दी रेलगाड़ियों से कीं अधिक होगा. इस गाड़ी का किराया गतिमान रेलगाड़ी के किराए के करीब हो सकता है. शताब्दी रेलगाड़ियों की तुलना में गतिमान एक्सप्रेस का किराया कहीं अधिक है. उदाहरण के तौर गतिमान एक्सप्रेस से दिल्ली से आगरा तक की यात्रा के लिए यात्रियों को चेयर कार श्रेणी में लगभग 750 रुपये और एक्जीक्यूटिव क्लास की श्रेणी में 1495 रुपये किराया देना होता है. वहीं भोपाल शताब्दी से यदि आप दिल्ली से आगरा तक की यात्रा करते हैं तो आपको चेयर कार श्रेणी के लिए 675 रुपये व एक्जीक्यूटिव क्लास के लिए 1010 रुपये किराया देना होता है.

सभी पैमानों पर पास हुई ट्रेन 18

कमिश्नर रेलवे सेफ्टी की ओर से नई दिल्ली से आगरा के बीच चलाई गई Train 18 लगभग सभी पैमानों पर पास हो गई है. कमिश्नर रेलवे सेफ्टी के अनुसार यह गाड़ी यात्रा के लिए काफी आरामदायक है. इस जांच के दौरान गाड़ी को 181 किलोमीटर प्रति घंटा की गति पर चलाया गया. जांच के बाद कमिश्नर रेलवे सेफ्टी काफी संतुष्ट दिखे. हालांकि उन्होंने गाड़ी में छोटे-मोटे सुधार करने की भी बात कही है.