Vande Bharat पर 3,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी टाटा स्टील, ट्रेन में सफर करने का मजा हो जाएगा दोगुना
Vande Bharat Trains News: टाटा स्टील कंपनी एक अलग तरह की पहली सीटिंग सिस्टम (Seating System) बनाने की तैयारी में है. जो वंदे भारत में ट्रेन में लगाई जाएगी.
Vande Bharat Trains News: रेल से यात्रा करने वाले लोगों के लिए एक जरूरी खबर सामने आ रही है. वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Train) को लोगों के लिए खास बनाने के लिए घरेलू इस्पात कंपनी टाटा स्टील (Tata Steel) ने एक बड़ा कदम उठाया है. टाटा स्टील इस ट्रेन की सीटों को सुंदर और आकर्षक बनाने का काम करेगी. ये सीट फाइबर रिइंफोर्स्ड पॉलिमर (FRP) की बनी हैं जो यात्रियों के सफर को आरामदायक बनाने का काम करेगी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कंपनी के कंपोजिट प्रभाग को वंदे भारत एक्सप्रेस की 22 ट्रेनों के लिए सीटें मुहैया कराने का ऑर्डर मिला है. इस ऑर्डर का मूल्य करीब 145 करोड़ रुपये है. टाटा स्टील के उपाध्यक्ष (प्रौद्योगिकी एवं नवीन सामग्री कारोबार) देवाशीष भट्टाचार्य ने यह जानकारी दी है. इन सीटों में यात्रियों के आराम का खासा ध्यान रखा गया है. ये सीटें 180 डिग्री तक घूम सकती हैं.
180 डिग्री तक घूम सकती है ट्रेन की सीटें
भट्टाचार्य ने भाषा से कहा कि ये खास तौर पर डिजाइन की गई सीट हैं. ये 180 डिग्री तक घूम सकती हैं और इनमें विमानों की सीटों की तरह की सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं. यह ट्रेन सीट की अपनी तरह की भारत में पहली आपूर्ति है. सितंबर से इन सीटों की आपूर्ति शुरू होगी और 12 महीनों में इसे पूरा किया जाएगा.
3,000 करोड़ रुपये खर्च करने की तैयारी
भट्टाचार्य के मुताबिक टाटा स्टील की शोध एवं विकास गतिविधियों पर साल 2025-26 तक 3,000 करोड़ रुपये खर्च करने की तैयारी है. यह साल 2030 तक टाटा स्टील को वैश्विक स्तर पर शीर्ष पांच इस्पात कंपनियों में पहुंचाने के लक्ष्य का ही हिस्सा है. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कंपनी शोध एवं विकास पर काफी ध्यान दे रही है. उन्होंने कहा कि टाटा स्टील सैंडविच पैनल बनाने के लिए महाराष्ट्र के खोपोली में एक नया संयंत्र लगा रही है. इसमें नीदरलैंड की एक कंपनी तकनीकी साझेदार है.