दुर्घटना रोकने के लिए 3000 किलोमीटर पटरियों के आसपास पक्की दीवार बनाएगा रेलवे
RPF को सम्पूर्ण भारतीय रेलवे के ऐसे क्षेत्रों की पहचान करने का कार्य दिया गया है, जहां पटरियों के आसपास घनी आबादी है और गैर कानूनी तरीके से लोग ट्रैक पार करते है.
यात्रियों तथा आम आदमी की सुरक्षा को लेकर भारतीय रेलवे ने कई पुख्ता योजना तैयार की हैं. इनमें यात्रियों का सामान चोरी की घटनाओं को दर्ज करने के लिए मोबाइल ऐप तैयार करना भी शामिल है. रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक अरूण कुमार ने कहा कि भारतीय रेलवे पटरियों के आसपास घनी आबादी वाले क्षेत्र में एक परियोजना के तहत पक्की दीवारें बनाएगा. उन्होंने बताया कि रेलवे सुरक्षा बल को सम्पूर्ण भारतीय रेलवे के ऐसे क्षेत्रों की पहचान करने का कार्य दिया गया है, जहां पटरियों के आसपास घनी आबादी है और गैर कानूनी तरीके से लोग ट्रैक पार करते है. कुल 3000 किलोमीटर रेलवे लाइनों के आसपास एक परियोजना के तहत दीवारें बनायी जायेगी.
अरूण कुमार ने बताया कि स्टेशनों और ट्रेनों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिये सीसीटीवी कैमरे चरणबद्ध प्रक्रिया के तहत लगाये जा रहे हैं तथा आने वाले समय में सभी स्टेशनों तथा ट्रेनों की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी इनके माध्यम से की जायेगी.
कुमार ने बताया कि रेल यात्रा के दौरान सामान चोरी होने की शिकायतें अधिक आती हैं. इसको ध्यान में रखकर मोबाइल ऐप विकसित किया जा रहा है, जिसके माध्यम से चलती ट्रेन में भी यात्री अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है. इस पर समयानुसार कार्यवाही करना संभव होगा.
उन्होंने बताया कि पिछले दिनों त्यौहारी सीजन में टिकट दलाली तथा ई-टिकट प्रणाली के माध्यम से गैर कानूनी तरीके से टिकट बुक करवाने वाले एजेंटों पर पूरे देश में एक साथ छापे मार कर कार्यवाही की गई.
अरूण कुमार ने बताया कि पहले रेलवे सुरक्षा बल के पास रेलवे सम्पति से जुडे विषय ही क्षेत्राधिकार में आते थे. अब यात्री सुरक्षा का कार्य भी रेलवे सुरक्षा बल के पास है. इसके लिये राजकीय रेलवे पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य को बेहतर तरीके से निष्पादित किया जा रहा है.